एचएएल एवं विप्रो इंक में समझौता

Wipro, HAL tie up to make aerospace components
प्रश्न-निम्न में से कौन-सा पदार्थ 3 डी प्रिटिंग में उपयोग नहीं होता है?
(a) टाइटेनियम
(b) एल्युमीनियम
(c) स्टेनलेस स्टील
(d) सोल्जर
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
  • 2 जनवरी, 2020 को बंगलुरू में रक्षा के क्षेत्र में प्रथम सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम हिन्दुस्तान एअरोनाटिक्स लिमिटेड (HAL) एवं विप्रो इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग के मेटल एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग बिजिनेस ने मेटल एडीटिव टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर एअरोस्पेस के अवयवों के डिजाइन, विकास, निर्माण और मरम्मत करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
  • इस सहयोग का एक प्रमुख तत्व यह भी है कि मेटल 3 डी प्रिंटिंग का उपयोग करके विकसित किए गए घटक प्रमाणित हों।
  • उचएएल बंगलोर के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एचएएल एवं विप्रो के मध्य समझौते से भारत में एअरोस्पेस में धातु एडिटिव विनिर्माण को अपनाने में तेजी आ सकती है।
  • वैश्विक स्तर पर एअरोस्पेस उद्योग में मेटल 3डी प्रिंटिंग के अनुप्रयोग से वजन, ज्यामितीय अनुकूलन, प्रदर्शन में सुधार और लचीले विर्निर्माण के लाभ में मिलने की संभावना है।

लेखक-रामकरन चौरसिया

संबंधित लिंक भी देखें…

https://timesofindia.indiatimes.com/business/india-business/hal-wipro-ink-pact-for-3d-printing-in-aerospace/articleshow/73069279.cms

https://www.thehindubusinessline.com/companies/hal-wipro-3d-sign-mou-for-metal-3d-printing-adoption-in-aerospace/article30459135.ece