वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक‚ 2021

प्रश्न-7 अक्टूबर‚ 2021 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) तथा ऑक्सफोर्ड गरीबी एवं मानव विकास पहल (OPHI) द्वारा ‘वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक‚ 2021 जारी गया। इसके अनुसार‚ कितने बिलियन लोग चरम बहुआयामी गरीबी में रहते हैं?
(a) 1.5 बिलियन
(b) 1.2 बिलियन
(c) 1.8 बिलियन
(d) 1.3 बिलियन
उत्तर—(d)
संबंधित तथ्य

  • 7 अक्टूबर‚ 2021 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) तथा ऑक्सफोर्ड गरीबी एवं मानव विकास पहल (OPHI) द्वारा वैश्विक बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Global Multidimentional Poverty Index), 2021 जारी किया गया।
  • उल्लेखनीय है कि पहली बार यह सूचकांक ‘मानव विकास रिपोर्ट’ (HDR) के साथ वर्ष 2010 में प्रकाशित हुआ था।
  • वर्ष 2021 में यह सूचकांक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 109 देशों और 5.9 बिलियन लोगों में चरम गरीबी (Acute Poverty) की स्थिति का मापन करता हैं।
  • इस रिपोर्ट के अनुसार‚ वर्तमान में विश्व के 109 देशों में 1.3 बिलियन (21.7 प्रतिशत) लोग बहुआयामी चरम गरीबी की स्थिति में है।
  • रिपोर्ट के अनुसार‚ विश्व के सभी विकासशील क्षेत्रों में गरीबी के मामले देखे गए हैं‚ परंतु विशेष रूप से उप-सहारा अफ्रीका तथा दक्षिण एशिया में यह चरम स्थिति में है।
  • इसके अनुसार‚ लगभग 85 प्रतिशत गरीब लोग उप-सहारा अफ्रीका (556 मिलियन) तथा दक्षिण एशिया (532 मिलियन) में रहते हैं।
  • 67 प्रतिशत से अधिक गरीब लोग मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं।
  • बहुआयामी गरीबी की स्थिति वाले लोगों में लगभग आधे (644 मिलियन) 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों की है।
  • इसके अनुसार 1 बिलियन लोग ठोस ईंधन (लकड़ी‚ कोयला इत्यादि) का इस्तेमाल कर रहें हैं‚ अन्य 1 बिलियन लोग अपर्याप्त स्वच्छता के बीच रहते हैं तथा अन्य 1 बिलियन लोगों के पास निम्न कोटि का आवास है।
  • वैश्विक स्तर पर 788 मिलियन व्यक्तियों वाले घरों में कम से कम एक व्यक्ति कुपोषण से ग्रसित है।
  • इसके अनुसार भारत के कुल 129 मिलियन अनुसूचित जनजाति लोगों में से लगभग 65 मिलियन लोग बहुआयामी गरीबी में रहते हैं।
  • भारत में कुल जनसंख्या का एक छठा हिस्सा बहुआयामी गरीबी में रहता है।
  • भारत में अनुसूचित जनजाति समूह का 9.4 प्रतिशत‚ अनुसूचित जाति समूह का 33.3 प्रतिशत तथा अन्य पिछड़ा वर्ग समूह का 27.2 प्रतिशत लोग बहुआयामी गरीबी में रहते हैं।
  • यह सूचकांक गरीबी के तीन आयामों तथा 10 संकेतकों का उपयोग करता है‚ जो इस प्रकार है-
  1. स्वास्थ्य (1/3)-पोषण (1/6) तथा बाल मृत्युदर (1/6)
  2. शिक्षा (1/3)- इयर्स ऑफ स्कूलिंग (Years of Schooling) (1/6) तथा स्कूल उपस्थिति (School Attendance) (1/16)
  3. जीवन स्तर (1/3)-खाना पकाने का ईंधन (1/18)‚ स्वच्छता (1/18)़ पीने का पानी (1/18)‚ बिजली (1/8)‚ हाउसिंग (1/18) तथा संपत्ति (1/18)।

लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

http://hdr.undp.org/en/content/2021-mpi-announcement