प्रश्न-पेमेंट टेक्नोलॉजी की वैश्विक कंपनी वीजा और संगत भारतीय कंपनी बिलडेस्क के मध्य करार हुआ है?
(a) SI-हब को लागू करने के लिए
(b) SI-नेट को लागू करने के लिए
(c) एक बार एनरोल्मेंट के बाद एक ही मर्चेंट को एक मुश्त भुगतान के लिए विकल्प उपलब्ध कराने हेतु
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(a) SI-हब को लागू करने के लिए
(b) SI-नेट को लागू करने के लिए
(c) एक बार एनरोल्मेंट के बाद एक ही मर्चेंट को एक मुश्त भुगतान के लिए विकल्प उपलब्ध कराने हेतु
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 16 सितंबर को पेमेंट टेक्नोलॉजी की वैश्विक कंपनी वीजा और संगत भारतीय कंपनी बिलडेस्क ने एक समझौता हस्ताक्षरित किया।
- यह समझौता SI-हब को लागू करने के लिए किया गया।
- SI-हब (Standing Instruction-Hub)
- एक बार एनरोल्मेंट के बाद एक ही मर्चेंट को बार-बार भुगतान (रिकरिंग पेमेंट) के लिहाज से SI-हब एक सुरक्षित व सरल तरीका है।
- ‘एसआई’ या ‘स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन’ या स्थायी अनुदेश’ बैंकिंग शब्दावली से लिए गए शब्द समूह हैं।
- बैंकिंग में स्थायी अनुदेश, निधि अंतरण के लिए आवधिक निर्धारित भुगतान, अन्य पक्ष भुगतान और RTGS/NEFT (आरटीजीएस/नेफ्ट) लेन-देन को सहज बनाता है।
- वीजा एवं बिलडेस्क के SI-हब सॉल्यूशन के तहत बैंक एवं मर्चेंट अपने कार्डधारकों को रिकरिंग पेमेंट/स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन (SI) सेवाओं का विकल्प दे सकेंगे।
- कार्डधारकों को विभिन्न यूटिलिटी भुगतान, सब्सक्रिप्शन सर्विस और म्यूचुअल फंड तथा SIP आदि के भुगतान में सहूलियत मिलेगी।
- यह सेवा ‘बिलडेस्क’ के SI-हब और ‘वीजा’ के वैश्विक रिकरिंग ट्रांजैक्शन फ्रेमवर्क की मदद से दी जा सकेगी।
लेखक-पंकज पाण्डेय
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