ड्रोन-आधारित खनिज अन्वेषण हेतु समझौता

प्रश्न-19 मार्च‚ 2022 को राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड (एनएमडीसी) ने ड्रोन आधारित खनिज अन्वेषण हेतु किस आईआईटी के साथ समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है?
(a) आईआईटी‚ मद्रास
(b) आईआईटी‚ खड़गपुर
(c) आईआईटी‚ रोपड़
(d) आईआईटी‚ रुड़की
उत्तर—(b)
संबंधित तथ्य-

  • 19 मार्च‚ 2022 को राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड (एनएमडीसी) ने ड्रोन आधारित खनिज अन्वेषण हेतु आईआईटी‚ खड़गपुर के साथ एक समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया।
  • एनएमडीसी और आईआईटी खड़गपुर ड्रोन के इस्तेमाल के संदर्भ में स्पेक्ट्रल उत्पाद‚ पद्धतियों और एलगोरिद्म का विकास करेंगे।
  • दोनों के बीच सहयोग से खनिज उत्खनन और खनन प्रौद्योगिकी में क्षमता निर्माण कार्यक्रमों हेतु सॉफ्टवेयर स्पेक्ट्रल टूल्स का विकास होगा।
  • एनडीएमसी द्वारा विगत छह दशकों से व्यापक किस्म के खनिजों का अन्वेषण किया जा रहा है‚ जिसमें अन्य खनिजों के साथ-साथ तॉबा‚ रॉक फास्फेट‚ चूना पत्थर‚ मैग्नेसाइट‚ हीरा‚ टंगस्टन और समुद्री तट रेत शामिल है।
  • यह अन्वेषण यूनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क क्लासिफिकेशन (यूएनएफसी) द्वारा निर्धारित जी-4 स्तर से लेकर जी-1 स्तर तक का है।
  • देश में खनिजों के अन्वेषण के लिए ड्रोन-आधारित भू-भौतिकी सर्वेक्षण और हाइपर-स्पेक्ट्रिकल का अध्ययन करने वाला एनएमडीसी देश का पहला केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम होगा।
  • वर्तमान में ड्रोन का उपयोग कृषि‚ शहरी आयोजना‚ वन‚ खनन‚ आपदा‚ प्रबंधन‚ निगरानी‚ यातायात आदि में किया जा रहा है।

विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक-

https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1807236