ऊर्जा कुशल राष्ट्र के विकास हेतु रणनीति योजना (2017-2031)

प्रश्न-‘ऊर्जा कुशल राष्ट्र के विकास हेतु रणनीति योजना (2017-2031)’ से संबंधित निम्नलिखित में से कौन-सा/से’ कथन सही है/हैं?
(i) वित्तीय वर्ष 2016-17 में भारत में कुल ऊर्जा की आपूर्ति 815 मिलियन टन तेल के बराबर (Mtoe) थी।
(ii) वित्तीय वर्ष 2016-17 में भारत में कुल ऊर्जा की मांग 540 मिलियन टन तेल के बराबर (Mtoe) थी।
(iii) वित्तीय वर्ष 2016-17 में उद्योग क्षेत्र में कुल ऊर्जा की मांग सर्वाधिक थी।
निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) (i) एवं (ii) सही हैं।
(b) (ii) एवं (iii) सही हैं।
(c) (i) एवं (iii) सही हैं।
(d) (i),(ii) एवं (iii) तीनों सही हैं।
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 8 मार्च, 2019 को विद्युत मंत्रालय द्वारा ‘ऊर्जा कुशल’ राष्ट्र के विकास हेतु रणनीति योजना (2017-2031)- राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता संभाव्यता की उन्मुक्ति (UNNATEE) जारी की गई है।
  • ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) द्वारा यह रणनीति तैयार की गई है।
  • वित्तीय वर्ष 2016-17 में भारत में कुल ऊर्जा की आपूर्ति एवं मांग क्रमशः 815 एवं 540.8 मिलियन टन तेल (Mtoe) के बराबर थी।
  • उक्त अवधि में कुल ऊर्जा की सर्वाधिक मांग उद्योग क्षेत्र (340.4 Mtoe) में थी।
  • वर्ष 2031 तक भारत की ऊर्जा बचत संभाव्यता 86.9 Mtoe के बराबर अनुमानित है, जिसमें उच्चतम ऊर्जा बचत संभाव्यता औद्योगिक क्षेत्र में निहित है।
  • वर्ष 2031 तक भारत में ऊर्जा बचत के न्यूनतम प्रयास परिदृश्य के तहत कुल ऊर्जा उपभोग 876.8 Mtoe और उच्च प्रयास परिदृश्य के तहत 747.8 Mtoe अनुमानित है।
  • वर्ष 2031 तक भारत में कुल ऊर्जा बचत निवेश 840852 करोड़ रुपये अनुमानित है।
  • वर्ष 2015 तक भारत ने 18% उत्सर्जन कटौती लक्ष्य प्राप्त किया है।
  • भारत में 2030 हेतु ऊर्जा उत्सर्जन लक्ष्य लगभग 6807 मीट्रिक टन कार्बन डाईऑक्साइड के बराबर (MtCO2e) होगा।
  • वर्ष 2030 तक उत्सर्जन गहनता कटौती की प्राप्ति का लक्ष्य 36% होना चाहिए।
  • भारत में कोयला एवं तेल प्रमुख प्राथमिक ऊर्जा आपूर्ति स्रोत है जो प्राथमिक ऊर्जा आपूर्ति का क्रमशः 64% एवं 27% का योगदान करते हैं।
  • भारत में ऊर्जा मिश्रण का लगभग 97.4% की आपूर्ति कोयला, तेल एवं प्राकृतिक गैस से होती है।
  • वित्तीय वर्ष 2016-17 में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत आपूर्ति का 56% हिस्सा पवन ऊर्जा का था जिसके पश्चात क्रमशः सौर ऊर्जा (17%) और लघु जलविद्युत (9%) का है।
  • भविष्य में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत आपूर्ति को बढ़ाने के उद्देश्य से वर्ष 2022 तक पहले के 175 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा के लक्ष्य को संशोधित करते हुए सरकार ने 227 गीगावाट का लक्ष्य निर्धारित किया है।
  • वित्तीय वर्ष 2016-17 में प्राथमिक ऊर्जा मांग में सर्वाधिक हिस्सा उद्योग क्षेत्र (312.2 Mtoe) का था।
  • उद्योग क्षेत्र 57.7% भाग के साथ प्राथमिक ऊर्जा का उच्चतम उभोक्ता बना रहेगा।
  • वित्तीय वर्ष 2016-17 में राज्यों में सर्वाधिक कुल प्राथमिक ऊर्जा उपभोग महाराष्ट्र (88.65 Mtoe) और गुजरात (56.73 Mtoe) में था।
  • वित्तीय वर्ष 2016-17 में कुल विद्युत उत्पादन 1433.2 बिलियन यूनिट (123.2 Mtoe) था जिसमें कोयला का हिस्सा 65.9%, जलविद्युत का 8.5%, नवीकरण ऊर्जा का 5.7%, प्राकृतिक गैस का 3.4% और नाभिकीय ऊर्जा का 2.6% था।
  • सितंबर, 2018 तक सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा की स्थापित क्षमता 58 गीगावाट थी, जिसमें सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा का क्रमशः योगदान 24 गीगावॉट तथा 34 गीगावॉट है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=189348 https://www.beeindia.gov.in/sites/default/files/press_releases/UNNATEE%20Report.pdf