36वीं अंतरराष्ट्रीय भूवैज्ञानिक कांग्रेस

India to Host 36th International Geological Congress in March 2020
प्रश्न-मार्च, 2020 में 36वीं अंतरराष्ट्रीय भूवैज्ञानिक कांग्रेस का आयोजन भारत में होगा। इस कांग्रेस के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) इसका आयोजन मार्च के पहले सप्ताह में नई दिल्ली में किया जाएगा।
(b) इस कांग्रेस का मुख्य विषय-‘भू विज्ञानः समावेशी भविष्य के लिए मूलभूत विज्ञान’ है।
(c) इस आयोजन की नोडल एजेंसी भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण है।
(d) भारत एकमात्र एशियाई देश है जहां तीसरी बार इसका आयोजन किया जा रहा है।
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
  • मार्च, 2020 में 36वीं अंतरराष्ट्रीय भूवैज्ञानिक कांग्रेस (36th International Geological Congress) का आयोजन भारत में होगा।
  • यह मार्च के पहले सप्ताह (2-8 मार्च) में नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी।
  • इस कांग्रेस का मुख्य विषय (Theme): भू-विज्ञान समावेशी भविष्य के लिए मूलभूत विज्ञान (Geoscience: The Basic Science for a Sustainable Future) है।
  • अंतरराष्ट्रीय भूवैज्ञानिक कांग्रेस (आईजीसी) को भूविज्ञान के ओलंपिक के लोकप्रिय नाम से जाना जाता है।
  • प्रतिष्ठित वैश्विक भूवैज्ञानिक कांग्रेस का आयोजन 4 वर्षों में एक बार किया जाता है।
  • पूरे विश्वभर से लगभग 5000-6000 भूवैज्ञानिक इसमें भाग लेते हैं।
  • कांग्रेस की इसी तैयारी के मद्देनजर 12 दिसंबर, 2019 को नई दिल्ली में एक परिसंवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया।
  • 36वां आईजीसी व्यापक विज्ञान कार्यक्रम है। इस सम्मेलन के दौरान आधुनिक तकनीकीयुक्त प्रदर्शनी भी आयोजित होगी, जिसमें खान और खनिज क्षेत्र की अग्रणी कंपनियां अपने उत्पाद और सेवाओं को प्रदर्शित करेंगी।
  • भारत एकमात्र एशियाई देश है जहां दूसरी बार इसका आयोजन होगा।
  • पहली बार भारत में 22वीं आईजीसी का आयोजन वर्ष 1964 में किया गया था।
  • खान मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय इस सम्मेलन हेतु धनराशि उपलब्ध कराएंगे।
  • इसके आयोजन में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी एवं बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका की राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी सहयोग प्रदान करेंगी।
  • इस आयोजन की नोडल एजेंसी भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण है।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=195843

https://www.36igc.org/