स्पेशल बुलेटिन ऑन मैटरनल मारटैलिटी इन इंडिया, 2015-17

INDIAS MATERNAL MORTALITY RATIO
प्रश्न-नवंबर, 2019 में भारत के महापंजीयक कार्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट ‘स्पेशल बुलेटिन ऑन मैटरनल मारटैलिटी इन इंडिया, 2015-17’ के अनुसार, देश में मातृ मृत्यु दर प्रति एक लाख जीवित जन्म पर कितनी रह गई है?
(a) 122
(b) 130
(c) 140
(d) 155
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
  • नवंबर, 2019 में भारत के महापंजीयक कार्यालय द्वारा देश में मातृ मृत्यु दर (MMR) से संबंधित रिपोर्ट’ ‘स्पेशल बुलेटिन ऑन मैटरनल मारटैलिटी इन इंडिया’ (Special Bulletin on Maternal Mortality in India), 2015-17 जारी की गई।
  • इस रिपोर्ट के अनुसार, देश में मातृ मृत्यु दर (MMR) प्रति एक लाख जीवित जन्म पर 122 हो गई है।
  • जो वर्ष 2014-16 में प्रति एक लाख जीवित जन्म पर 130 थी।
  • देश में मातृ मृत्यु दर अनुपात में विगत एक वर्षों में 8 अंकों की कमी आई है।
  • इसके अनुसार, भारत ने वर्ष 2013 से मातृ मृत्यु दर अनुपात में 26.9 प्रतिशत की कमी दर्ज की है।
  • इस रिपोर्ट में मातृ मृत्यु दर की स्थिति को समझने के लिए राज्यों को तीन समूहों में वर्गीकृत किया गया है।

(i) एंपावर्ड एक्शन ग्रुप (Empowered Action Group: EAG) राज्य (बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड और असम)।

(ii) दक्षिणी (Southern) राज्यों में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु शामिल हैं।

(iii) अन्य (Others) राज्यों में शेष राज्य/केंद्रशासित प्रदेश शामिल हैं।

  • ईएजी राज्यों एवं असम में मातृ मृत्यु दर वर्ष 2014-16 के 188 से घटकर 175 हो गई।
  • दक्षिणी राज्यों में मातृ मृत्यु दर वर्ष 2014-16 के 77 से घटकर 72 हो गई है।
  • जबकि अन्य राज्यों में यह वर्ष 2014-16 के 93 से घटकर 90 हो गई है।
  • इसके अनुसार केरल (42), महाराष्ट्र (55) और तमिलनाडु (63) ने मातृ मृत्यु दर प्रति एक लाख जीवित जन्म दर 70 के सतत विकास लक्ष्य को पूरा कर लिया।
  • इसके अलावा, 11 राज्यों ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2017 के तहत वर्ष 2020 तक के लिए मातृ मृत्यु दर (MMR) 100 प्रति एक लाख जीवित जन्म का तय लक्ष्य प्राप्त कर लिया है।
  • इन राज्यों में केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, झारखंड, तेलंगाना, गुजरात, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और हरियाणा शामिल हैं।
  • इसके अनुसार, ईएजी राज्यों में उत्तर प्रदेश (216), मध्य प्रदेश (188), छत्तीसगढ़ (141), ओडिशा (168), राजस्थान (186), बिहार (165) में मातृ मृत्यु दर (MMR) की स्थिति चितांजनक है।
  • जबकि झारखंड और उत्तराखंड की स्थिति बेहतर है।
  • असम (229) में भी मातृ मृत्यु दर की स्थिति चिंतनीय है।
  • उत्तर प्रदेश में मातृ मृत्यु दर (MMR) प्रति एक लाख जीवित जन्म पर वर्ष 2014-16 के 201 से बढ़कर 216 हो गई है।

लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…

http://www.censusindia.gov.in/vital_statistics/SRS_Bulletins/MMR_Bulletin-2015-17.pdf

https://economictimes.indiatimes.com/industry/healthcare/biotech/healthcare/india-registers-26-9-per-cent-decline-in-maternal-mortality-rate-since-2013-srs-bulletin/articleshow/71957486.cms?from=mdr