वाई.एच. मालेगाम समिति

प्रश्न-हाल ही में किसने बैंकों में खराब ऋण, धोखा-धड़ियों के बढ़ते मामलों एवं ऑडिट की निगरानी हेतु ‘वाई.एच.मालेगाम समिति’ का गठन किया?
(a) सेबी
(b) वित्त मंत्रालय
(c) सीबीडीटी
(d) आरबीआई
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 20 फरवरी, 2018 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों में खराब ऋणों, धोखा-धड़ियों के बढ़ते मामलों एवं ऑडिट की निगरानी हेतु एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया।
  • आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पूर्व सदस्य वाई.एच. मालेगाम की अध्यक्षता में इस समिति का गठन किया गया है।
  • यह समिति बैंकों में गैर-निष्पादित आस्तियों (NPA) और उनके संबंध में किए गए पूंजी प्रावधानों के बीच भारी अंतर के कारणों की पड़ताल करेगी।
  • समिति इसे रोकने के लिए उपाय भी सुझाएगी।
  • इसके अलावा समिति बैंकों में धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ने के कारणों पर विचार करेगी तथा इनका दोहराव रोकने के लिए विभिन्न उपायों की सिफारिश करेगा।
  • गौरतलब है कि आरबीआई ने हाल ही में पीएनबी में 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बाद इस समिति का गठन किया है।
  • मालेगाम समिति के अन्य सदस्यों में आरबीआई केंद्रीय समिति के सदस्य भरत दोषी, केनरा बैंक के पूर्व अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक तथा सेबी के पूर्णकालिक सदस्य एस. रमण, आरबीआई आईटी लिमिटेड के सीईओ नंद कुमार सरवाड़े तथा आरबीआई के कार्यकारी निदेशक ए.के. मिश्रा शामिल हैं।

संबंधित लिंक
https://rbi.org.in/Scripts/BS_PressReleaseDisplay.aspx?prid=43181
http://indianexpress.com/article/business/banking-and-finance/reserve-bank-of-india-punjab-national-bank-nirav-modi-fraud-case-5071885/