वर्षांत समीक्षा, 2017: पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय

Year End Review-2017 Ministry of Drinking Water and Sanitation

प्रश्न-निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) स्वच्छ भारत मिशन का शुभारंभ 2 अक्टूबर, 2014 को किया गया था।
(b) भारत के 10 राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश खुले में शौच से मुक्त हैं।
(c) 2 अक्टूबर, 2019 तक खुले में शौच से मुक्त भारत का लक्ष्य प्राप्त किया जाना है।
(d) 8 मार्च, 2017 को महात्मा मंदिर, गांधीनगर में ‘स्वच्छ शक्ति’ का आयोजन किया गया था।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 20 दिसंबर, 2017 को पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा ‘वर्षांत समीक्षा, 2017’ जारी की गई।
  • इससे संबंधित प्रमुख तथ्य निम्नलिखित हैं-
  • 2 अक्टूबर, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सार्वभौम स्वच्छता आच्छादन प्राप्त करने हेतु प्रयासों को गति प्रदान करने के लिए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ (SBM) का शुभारंभ किया गया था।
  • स्वच्छ भारत मिशन का उद्देश्य महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर, 2019 तक ‘खुले में शौच से मुक्त भारत’ का लक्ष्य प्राप्त करना है।
  • 18 दिसंबर, 2017 तक स्वच्छता आच्छादन 2014 के 38.70% से बढ़कर 74.15% हो गया है।
  • 255 जिलों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है।
  • 8 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों: सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, केरल, उत्तराखंड, हरियाणा, गुजरात, दमन-दीव और चंडीगढ़ को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है।
  • 2,92,896 गांवों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है।
  • स्वच्छता के मुद्दों एवं प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से अप्रैल, 2016 में ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ की शुरूआत की गई थी।
  • उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड एवं पश्चिम बंगाल के 52 जिलों के गंगा नदी के किनारे स्थित 4470 गांवों को ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है।
  • मंत्रालय द्वारा गंगा नदी के किनारे स्थित 24 गांवों को ‘गंगा ग्राम’ के रूप में रूपांतरित किया जाएगा।
  • 1 अप्रैल, 2017 को ‘स्वच्छता कार्य योजना’ (SIP) की शुरूआत की गई जो कि स्वच्छता के लिए अपनी तरह का पहला अंतर-मंत्रालयी कार्यक्रम है।
  • मंत्रालय द्वारा विरासत, धार्मिक एवं सांस्कृतिक कारणों से महत्वपूर्ण 100 स्थलों की स्वच्छता के लिए ‘स्वच्छ आइकॉनिक स्थल’ (SIP) पहल का कार्यान्वयन किया जा रहा है।
  • इस पहल के पहले दो चरणों में 20 आईकॉनिक स्थलों का चयन किया गया है।
  • 8 मार्च, 2017 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महात्मा मंदिर, गांधीनगर में ‘स्वच्छ शक्ति, का आयोजन किया गया।
  • 9-15 अगस्त, 2017 के मध्य ‘खुले में शौच से स्वतंत्रता (FOD) सप्ताह’ का आयोजन किया गया था।
  • 17 अगस्त-8 सितंबर, 2017 के मध्य ‘स्वच्छ संकल्प से स्वच्छ सिद्धि प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया।
  • व्यवहार में परिवर्तन के उद्देश्य से शौचालय के निरंतर उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए ‘दरवाजा बंद अभियान’ का शुभारंभ किया गया।
  • 16 सितंबर-2 अक्टूबर, 2017 के मध्य ‘स्वच्छता ही सेवा’ (SHS) का आयोजन किया गया।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1513284