रेल मंत्रालय और स्विस परिसंघ के बीच समझौता

Ministry of Railways Signs two Memorandum of Understandings (MoUs) with Swiss Confederation (Switzerland)

प्रश्न-वर्तमान में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष कौन हैं?
(a) अश्विनी लोहानी
(b) ए.के. मित्तल
(c) आर.के. सिंह
(d) विनय मित्तल
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 31 अगस्त, 2017 को स्विस परिसंघ की अध्यक्ष डोरिस लिउथार्ड की भारत यात्रा के दौरान रेल मंत्रालय, भारत सरकार और स्विस परिसंघ के बीच दो समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
  • पहले समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर रेल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग हेतु रेल मंत्रालय, भारत सरकार और स्विस परिसंघ के पर्यावरण परिवहन और संचार के संघीय विभाग के मध्य हुआ।
  • इस समझौता ज्ञापन पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी और भारत में स्विट्जरलैंड के राजदूत डॉ. एंड्रियास बॉम ने हस्ताक्षर किए।
  • इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य ट्रैक्शन रोलिंग स्टॉक, ईएमयू एवं ट्रेन सेट, ट्रैक्शन प्रणोदन उपकरण, माल और यात्रा कारें, टिलटिंग ट्रेन, रेलवे विद्युतीकरण उपकरण, ट्रेन शेड्यूल और ऑपरेशन सुधार, रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण, बहुआयामी परिवहन और सुरंग बनाने की तकनीक आदि क्षेत्रों में सहयोग करना है।
  • दूसरे समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कोंकण रेलवे निगम लिमिटेड (KRCL) और स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, ज्यूरिख के बीच हुआ।
  • इस समझौता ज्ञापन पर केआरसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजय गुप्त और रैक्टर ईटीएच ज्यूरिख के प्रो. सारा स्प्रिंगमैन ने हस्ताक्षर किया।
  • इस समझौते से कोंकण रेलवे को विशेषकर सुरंग बनाने के क्षेत्र के विषय में जानकारी हासिल करने और उसके विस्तार हेतु गोवा में जार्ज फर्नांडीज इंस्टीट्यूट ऑफ टनल टेक्नोलॉजी (GFITT) की स्थापना में मदद मिलेगी।
  • जीएफआईटीटी का उद्देश्य केआरसीएल की सुरंग निर्माण परियोजनाओं हेतु अपनी मैन पॉवर को प्रशिक्षित करने के साथ ही अन्य सरकारी संगठनों, निजी क्षेत्र और यहां तक कि विदेशी संगठनों के लाभ हेतु योग्य और प्रशिक्षित कर्मियों को तैयार करना भी है।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=170403
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=66862
http://railnewscenter.blogspot.in/2017/08/ministry-of-railways-signs-two.html