भ्रष्टाचार बोध सूचकांक-2015

Corruption Perceptions Index 2015

प्रश्न-27 जनवरी, 2016 को ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी भ्रष्टाचार बोध सूचकांक 2015 में भारत कौन से स्थान पर है?
(a) 58वें
(b) 76वें
(c) 80वें
(d) 72वें
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा 27 जनवरी, 2016 को 21वां वार्षिक भ्रष्टाचार बोध सूचकांक (CPI 2015) जारी किया गया।
  • इस सूचकांक में इस वर्ष कुल 168 देशों/टेरिटरीज को रैंकिग प्रदान की गई है।
  • यह सूचकांक 0 से 100 अंकों तक विस्तारित है जिसमें 0 का अर्थ सर्वाधिक भ्रष्ट (Highly Corrupt) त्था 100 का अर्थ सर्वाधिक ईमानदार (Very Clean) है।
  • इस सूचकांक में इस वर्ष डेनमार्क (स्कोर-91) प्रथम स्थान पर है अर्थात ये सर्वाधिक ईमानदार देश के रूप में निर्दिष्ट है।
  • इसके पश्चात फिनलैंड (स्कोर-90), स्वीडन (स्कोर-89), न्यूजीलैंड (स्कोर-88) क्रमशः दूसरे, तीसरे तथा चौथे स्थान पर हैं।
  • इस वर्ष दो देश नीदरलैंड (स्कोर-87) और नार्वे (स्कोर-87) संयुक्त रूप से पांचवे स्थान पर हैं।
  • इस सूचकांक में सोमालिया एवं उत्तर कोरिया (प्रत्येक का स्कोर-8) संयुक्त रूप से अंतिम स्थान (167 वें) पर हैं अर्थात् ये सर्वाधिक भ्रष्ट देश हैं।
  • अफगानिस्तान (स्कोर-11), सूडान (स्कोर-12), दक्षिण सूडान (स्कोर-15), अंगोला (स्कोर-15), लिबिया (स्कोर-16) क्रमशः 166वें 165वें, 163 वें, 161 वें स्थान पर हैं।
  • CPI-2015 में भारत (स्कोर-38) 76वें स्थान पर है।
  • गत वर्ष (CPI-2014) में इस सूची में शामिल 175 देशों में भारत 38 अंकों के साथ 85वें स्थान पर था।
  • CPI-2015 में शामिल भारत के पड़ोसी देशों में भूटान 27वें (स्कोर-65) चीन तथा श्रीलंका 83 वें स्थान पर है। (स्कोर-37),पाकिस्तान 117 वें (स्कोर-30) नेपाल 130 वें (स्कोर-27) तथा बांग्लादेश (स्कोर-25) स्थान पर हैं।
  • ज्ञातव्य हो कि भ्रष्टाचार बोध सूचकांक (CPI) वर्ष 1995 से प्रतिवर्ष जारी किया जा रहा है।
  • उल्लेखनीय है कि CPI-2015 में शामिल 168 देशों में दो तिहाई से अधिक को 50 से कम स्कोर प्राप्त हुए हैं जो कि सार्वजनिक भ्रष्टाचार की व्यापकता को प्रदर्शित करता है।

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.transparency.org/news/pressrelease/corruption_perceptions_index_2015_corruption_still_rife_but_2015_saw_pocket
http://www.transparency.org/cpi2015#results-table