प्रश्न-कौन-सा देश एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) ‘लोकल करेंसी फंडिंग’ का पहला प्राप्तकर्ता बनेगा?
(a) भारत
(b) चीन
(c) रूस
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
(a) भारत
(b) चीन
(c) रूस
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- जुलाई, 2019 में एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) के अध्यक्ष ने कहा की भारत ‘स्थानीय मुद्रा वित्तपोषण’ का पहला ऋण प्राप्तकर्ता देश होगा।
- स्थानीय मुद्रा वित्तपोषण (Local Currency Financing) उधारकर्ताओं को अधिक विकल्प प्रदान करता है।
- यह वित्त पोषण करेंसी स्वैप तंत्र के द्वारा संपादित होता है।
- AIIB का मुख्यालय बीजिंग, चीन में है।
- इसकी स्थापना 25 दिसंबर, 2015 को ऊर्जा, परिवहन, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में निवेश हेतु किया गया था।
- भारत 8.6794% हिस्सेदारी के साथ इस बैंक का दूसरा बड़ा शेयरधारक है।
- चीन की इस बैंक में 30.8913% की हिस्सेदारी है।
- विनिमय दर की किसी भी अनिश्चित स्थिति से बचने के लिए दो पक्ष या दो देश एक-दूसरे के साथ करेंसी स्वैप का समझौता करते हैं।
- करेंसी स्वैप का शाब्दिक अर्थ है-मुद्रा की अदला-बदली।
- जब किसी कॉर्पोरेट ने विदेशी मुद्रा में अस्थिर दर पर ऋण लिया है और ब्याज दर बढ़ने या घरेलू मुद्रा के गिरने का इंतजार कर रहा है, तो करेंसी स्वैप एक आदर्श विकल्प होता है।
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.aiib.org/en/about-aiib/governance/members-of-bank/index.html