प्रश्न-भारतीय स्टेट बैंक में सहायक बैंकों का विलय भारतीय स्टेट बैंक (सहायक बैंक) अधिनियम, 1955 की किस धारा के तहत किया गया है।
(a) धारा 32
(b) धारा 34
(c) धारा 35
(d) धारा 36
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 15 फरवरी, 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को उसके सहायक बैंकों के अधिग्रहण हेतु मंजूरी प्रदान की गई।
- एसबीआई द्वारा अधिगृहित किए जाने वाले बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ परियाला और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर शामिल है।
- इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने भारतीय स्टेट बैंक (सहायक बैंक) अधिनियम, 1959 और हैदराबाद स्टेट बैंक अधिनियम, 1956 को निरस्त करने हेतु संसद में एक विधेयक प्रस्तुत करने की स्वीकृति प्रदान की।
- इस विलय से आवर्ती बचत होने की उम्मीद है और पहले वर्ष में यह बचत 1 हजार करोड़ रुपये से अधिक रहने का अनुमान है।
- इस विलय के बाद सहायक बैंकों के ग्राहक भारतीय स्टेट बैंक के वैश्विक नेटवर्क का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
- विलय से उच्च प्रबंधन को बढ़ावा मिलेगा और इससे मुद्रा के प्रवाह पर नियंत्रण और निगरानी रखी जा सकेगी।
- यह विलय भारतीय स्टेट बैंक अधिनियम, 1955 की धारा 35 के तहत हुआ है।
- इससे भौगोलिक क्षेत्रों में सहायक बैंकों के सामने आ रही दिक्कतों के कम होने साथ-साथ आर्थिक और संचालन के मोर्चे पर सुधार होगा।
- इसके अलावा जोखिम प्रबंधन और एकीकृत ट्रेजरी परिचालन में भी सुधार होगा।
- यह सरकार के इंद्रधनुष कार्ययोजना का अनुसरण है और उम्मीद है कि इसमें कार्य कुशलता और लाभ के संदर्भ में बैकिंग क्षेत्र में सुधार होगा।
संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=158491
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=59581
http://www.thehindubusinessline.com/money-and-banking/nod-for-acquisition-of-5-subsidiaries-to-turn-sbi-into-a-global-sized-bank/article9545095.ece
http://timesofindia.indiatimes.com/good-governance/centre/cabinet-nod-to-acquisition-of-subsidiary-banks-of-sbi/articleshow/57180262.cms?