भारतीय थल सेना वर्ष 2019 को ‘अगले पीढ़ी के वर्ष’ मना रही

Indian Army To Commemorate 2019 As 'Year of next of kin'
प्रश्न-भारतीय थल सेना वर्ष 2019 ‘अगले पीढ़ी के वर्ष के रूप में मना रही है। इस संबंध में निम्नलिखित में कौन-सा कथन सत्य है?
(a) युद्ध के हताहतों के परिजनों तक पहुंचने की योजना है।
(b) पूर्व सैनिकों और सेवारत सैनिकों को उनको मिलने वाले वित्तीय लाभ की सूचना दी जाएगी।
(c) कल्याणकारी योजनाओं और पेंशन संबंधी समस्याओं को हल करने में सहायता की जाएगी।
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
  • भारतीय थल सेना वर्ष 2019 को ‘अगली पीढ़ी के वर्ष’ (Year of Next of Kin) के रूप में मना रही है।
  • साथ ही यह युद्ध के हताहतों तक पहुंचने, पूर्व और सेवारत सैनिकों को उन्हें मिलने वाले वित्तीय लाभ की सूचना देने तथा कल्याणकारी योजनाओं और पेंशन संबंधी समस्याओं को हल करने में सहायता करने की योजना है।
  • ऐसी योजना बनाने का महत्वपूर्ण कारण यह है कि अधिकतर मृतक सैनिकों के परिजन उनको मिलने वाले वित्तीय लाभों अनजान हैं, जो उनके लिए लाभकारी हैं।
  • साथ ही गलत और अधूरा प्रलेखन अधिकांश परिजनों के लिए एक आम समस्या है।
  • सेना का मानना है कि विभिन्न नीति प्रावधानों, इसकी विविध व्याख्याओं और गैर-डिजिटल व्यक्तिगत रिकॉर्ड से उत्पन्न जटिलताओं के कारण समस्या और बढ़ जाती है।
  • उपरोक्त (कई सैनिकों के नेपाल से भर्ती होने के कारण) समस्याओं के समाधान के लिए रक्षा मंत्रालय नेपाल दूतावास, सैनिक बोर्डों और पूर्व सैनिक सहयोगी स्वास्थ्य योजना (ECHS) जैसे कल्याणकारी निकाय सेना की सहायक्ता करेंगे।
  • भारतीय सेना के दिग्गजों (Veterans) का निदेशालय इसमें नोडल निकाय होगा।
  • हर साल औसतन 150-200 सैनिकों की युद्ध में मृत्यु जो जाती है तथा 1000-1200 सैनिक घायल हो जाते हैं।
  • इस प्रकार हर साल देखभाल के लिए सैनिकों परिजनों की संख्या 1100-1400 तक पहुंच जाती है।
  • इस श्रेणी में पहले वे सैनिक आएंगे जो वर्ष 2000 के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं।
  • इसके बाद 1970-2000  के बीच सेवानिवृत्त हुए सैनिक तथा उनके बाद 1970 से पूर्व सेवानिवृत्त हुए सैनिक आएंगे।
  • उल्लेखनीय है कि जनरल बिपिन रावत ने जनवरी 2019 में, वर्ष 2019 को ‘परिजनों के वर्ष’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
  • वर्ष 2018 में विकलांग सैनिकों पर जोर दिया गया था, जबकि इस साल मृत सैनिकों के लिए।

लेखक-राहुल त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें… 

https://economictimes.indiatimes.com/news/defence/indian-army-to-commemorate-2019-as-year-of-next-of-kin/articleshow/69238960.cms

https://militarymen.in/indian-army-to-commemorate-2019-as-year-of-next-of-kin/