प्रश्न-12 दिसंबर, 2019 को भारतीय डिजाइन परिषद (IDC) ने शिक्षा और मानकों को बढ़ावा देने के लिए 2 पहलों की शुरुआत की। इस संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) आईडीसी द्वारा शुरू की गई दो पहलें चार्टर्ड डिजाइन्स ऑफ इंडिया (CDI) और डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क (DEQM) हैं।
(b) भारतीय डिजाइन परिषद और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद की ये दो पहलें डिजाइन की सभी चुनौतियों का समाधान करने में मददगार होंगी।
(c) डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क (DEQM) पूर्ण निर्धारित मानकों पर डिजाइन शिक्षा कार्यक्रमों को निर्धारित करेगा एवं प्रकाशित मानकों को पूरा करने वाले संस्थानों को डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क प्रदान करेगा।
(d) सीडीआई का फोकस ‘पेशेवर डिजाइनर’ है, जिसे डिजाइन योग्यता और अनुभव द्वारा पहचाना जाता है।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
(a) आईडीसी द्वारा शुरू की गई दो पहलें चार्टर्ड डिजाइन्स ऑफ इंडिया (CDI) और डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क (DEQM) हैं।
(b) भारतीय डिजाइन परिषद और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद की ये दो पहलें डिजाइन की सभी चुनौतियों का समाधान करने में मददगार होंगी।
(c) डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क (DEQM) पूर्ण निर्धारित मानकों पर डिजाइन शिक्षा कार्यक्रमों को निर्धारित करेगा एवं प्रकाशित मानकों को पूरा करने वाले संस्थानों को डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क प्रदान करेगा।
(d) सीडीआई का फोकस ‘पेशेवर डिजाइनर’ है, जिसे डिजाइन योग्यता और अनुभव द्वारा पहचाना जाता है।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 12 दिसंबर, 2019 को भारतीय डिजाइन परिषद (IDC-India Design Council) ने शिक्षा और मानकों को बढ़ावा देने के लिए 2 पहलों ‘चार्टर्ड डिजाइन्स ऑफ इंडिया’ (CDI) और डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क (DEQM-Design Education Quality Mark) की शुरुआत नई दिल्ली में की।
- भारतीय डिजाइन परिषद और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद की ये दो पहलें डिजाइन की 5 चुनौतियों का समाधान करने में मददगार होंगी जिसमें स्केल, डिजाइन की गुणवत्ता, डिजाइन के लिए शिक्षा की गुणवत्ता, उद्योग में डिजाइन हेतु प्राथमिकता और सार्वजनिक उद्देश्य के लिए डिजाइन शामिल हैं।
- शुरू की गई दोनों पहलें डिजाइन के व्यवसाय में मदद करने के अलावा व्यवसाय को बढ़ाने और पेशेवर मानकों को स्थापित करने में मदद करेंगी।
- डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क (डीईक्यूएम) पूर्व निर्धारित मानकों पर डिजाइन शिक्षा कार्यक्रमों को निर्धारित करेगा एवं प्रकाशित मानकों को पूरा करने वाले संस्थानों को डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क प्रदान करेगा।
- डिजाइन शिक्षा गुणवत्ता मार्क उन संस्थानों को प्रदान किया जाएगा जो समीक्षा प्रक्रिया से गुजरते हैं और गुणवत्ता कोर्ड में निर्धारित गुणवत्ता और मानकों की अपेक्षाओं को पूरा करते हैं।
- गुणवत्ता मार्क से छात्रों को अपनी पसंद का उचित डिजाइन कार्यक्रम चुनने, डिजाइन संस्थान की स्थिति के विषय में संभावित नियोक्ताओं को समझाने और डिजाइन संस्थान द्वारा गुणवत्ता कोड के अनुपालन के विषय में समाज को जानकारी प्रदान करने में सहायता प्राप्त होगी।
- शुरू की गई दूसरी पहल चार्टर्ड डिजाइन्स ऑफ इंडिया (सीडीआई) में ऐसे संस्थान की कल्पना की गई है, जो भारत में डिजाइन प्रक्रिया के पेशेवर मानकों को स्थापित करेगा।
- सीडीआई का फोकस ‘पेशेवर डिजाइनर’ है जिसे डिजाइन योग्यता और अनुभव द्वारा पहचाना जाता है।
- उल्लेखनीय है कि रचनात्मक विनिर्माण और डिजाइनर नवाचार 2020 की मेक इन इंडिया पहल के प्रमुख पहलू होंगे और ‘भारत में डिजाइन किए गए’ ब्रांड को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
- वर्ष 2007 में भारत राष्ट्रीय डिजाइन नीति बनाने वाला देश बन गया है।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
संबंधित लिंक भी देखें…
https://dipp.gov.in/sites/default/files/Press_Release_12December2019.pdf