बाह्य वाणिज्यिक उधारी मानदंडों में ढील

RBI relaxes external commercial borrowing norms
प्रश्न-RBI ने हाल ही में बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ECB) मानदंडों को और सुगम्य बनाया है-
(a) केवल कॉर्पोरेट्स हेतु
(b) केवल NBFCs हेतु
(c) (a) और (b) दोनों के लिए
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
  • 30 जुलाई, 2019 को RBI ने बाह्य वाणिज्यिक उधारी मानदंडों को कॉर्पोरेट्स एवं NBFCs (गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों) हेतु और भी सुगम्य बना दिया।
  • 10 वर्षों की न्यूनतम औसत परिपक्वता अवधि वाले बाह्य वाणिज्यिक उधारियों (ECBs) का उपयोग अब कार्यशील पूंजीगत उद्देश्यों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
  • मार्चांत, 2019 तक भारत का विदेशी ऋण 2.63% बढ़कर 543 बिलियन डॉलर हो चुका है।

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.rbi.org.in/

https://www.businesstoday.in/current/economy-politics/rbi-relaxes-external-commercial-borrowing-norms-for-corporates/story/369389.html

https://www.business-standard.com/article/finance/rbi-relaxes-external-commercial-borrowing-norms-for-corporates-nbfcs-119073001572_1.html