द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन 2017

India in the State of the World Population Report

प्रश्न-हाल ही में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNPA) द्वारा जारी ‘द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन 2017′ के अनुसार भारत में कितने प्रतिशत लड़कियां नाबालिग विवाहित (18 से कम उम्र में) हैं।
(a) 25 प्रतिशत
(b) 27 प्रतिशत
(c) 26 प्रतिशत
(d) 28 प्रतिशत
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 17 अक्टूबर, 2017 को UNFPA द्वारा उसकी फ्लैगशिप रिपोर्ट ‘द स्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन 2017′ जारी की गई।
  • रिपोर्ट के अनुसार, अनियंत्रित असमानता और निर्धनतम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा में विफलता शांति और विश्व के विकास लक्ष्यों को कमजोर कर सकती है।
  • दुनिया की केवल आधी महिला आबादी के पास वेतन वाली नौकरियां है।
  • वैश्विक स्तर पर महिलाओं को पुरुषों की 77 प्रतिशत कमाई मिलती है।
  • दुनियाभर में हर पांच में से तीन महलाएं मातृत्व अवकाश से वंचित हैं।
  • परिवार नियोजन तक सीमित पहुंच विकासशील देशों में सालाना 89 मिलियन अनचाहे गर्भधारण और 48 मिलियन गर्भपात का कारण बनता है।
  • यह स्थिति न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है, बल्कि महिलाओं को वैतनिक श्रम बल का हिस्सा बनने और उनकी वित्तीय आजादी की ओर बढ़ने को रोकता है।
  • यह रिपोर्ट वर्ष 2030 तक संयुक्त राष्ट्र के स्थायी विकास और समेकित समाज को प्राप्त करने के योजनानुरूप सबसे पहले सबसे आगे की ओर ध्यान केंद्रित करने की सिफारिश करती है।
  • भारत ने वैश्विक रुझानों के अनुरूप विश्वविद्यालयों में महिलाओं की पहुंच हेतु पर्याप्त समर्थन दिखाया है।
  • परंतु ऐसा समर्थन महिलओं के रोजगार प्राप्त करने के संदर्भ में (जबकि नौकरी दुर्लभ हो) दृष्टिगत नहीं होता।
  • UNFPA के सर्वेक्षण में शामिल लगभग 55 प्रतिशत लोग (महिलाएं) विश्वविद्यालय तक पहुंच (Access to Universities) के साक्षी बने।
  • सिर्फ 24-25 प्रतिशत लोग (महिलाएं) नौकरी प्राप्त (जबकि नौकरी दुर्लभ हो) कर सके।
  • विश्वविद्यालय तक पहुंच तदुपरांत नौकरी प्राप्त करने में जो गैप (अंतराल) है, इस अंतराल के संदर्भ में जापान अग्रणी है।
  • यहां विश्वविद्यायल तक पहुंच 80 प्रतिशत और जॉब तक पहुंच 20 प्रतिशत लोगों (महिलाओं) के पास है।
  • वैश्विक स्तर पर ऐसा गैप स्वीडन में न्यूनतम (89-99 प्रतिशत महिलाएं शिक्षित तदनुपरांत 95 प्रतिशत जॉबरत) पाया गया।
  • बाल विवाह का वैश्विक औसत 28 प्रतिशत है। जबकि भारत में 27 प्रतिशत लड़कियों का विवाह 18 वर्ष से पहले कर दिया जाता है।
  • सामाजिक संस्था और लिंग सूचकांक का मूल्य शून्य से एक की ओर जितना अधिक है उतना ही संबंधित देश की स्थिति इस संदर्भ में खराब है।
  • वर्ष 2014 में भारत का मान 0.25 और 0.3 (औसत लिंग भेद) के बीच था।
  • उच्च मूल्य (0.35 से ऊपर) का उदाहरण हैं- नेपाल, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान।
  • भूटान का इस संदर्भ में अच्छा स्थान (मूल्य 0.1 से ऊपर) है।
  • उल्लेखनीय है कि विवाह एक सामाजिक संस्था होती है।
  • फीमेल टू मेल इनकम इक्वैलिटी अनुपात (जिसमें उच्चतम मान बेहतरी का द्योतक है) भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के लिए 0.2 से थोड़ा ऊपर था।

संबंधित लिंक
https://www.unfpa.org/sites/default/files/pub-pdf/UNFPA_PUB_2017_EN_SWOP.pdf
http://www.unfpa.org/press/state-world-population-2017
http://www.unfpa.org/swop
http://www.news18.com/news/india/key-takeaways-for-india-in-the-state-of-the-world-population-report-1550093.html