प्रश्न-दिबांग बहुउद्देशीय परियोजना के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) यह परियोजना अरुणाचल प्रदेश के लोअर दिबांग घाटी जिले में स्थित दिबांग नदी पर स्थापित की जा रही है।
(b) इस परियोजना की विद्युत उत्पादन क्षमता 2880 मेगावॉट (12×240 मेगावॉट) होगी।
(c) इस परियोजनांतर्गत 275 मीटर ऊंचे बांध का निर्माण किया जाएगा, जो भारत का सबसे ऊंचा बांध होगा।
(d) यह भारत में निर्मित होने वाली सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
(a) यह परियोजना अरुणाचल प्रदेश के लोअर दिबांग घाटी जिले में स्थित दिबांग नदी पर स्थापित की जा रही है।
(b) इस परियोजना की विद्युत उत्पादन क्षमता 2880 मेगावॉट (12×240 मेगावॉट) होगी।
(c) इस परियोजनांतर्गत 275 मीटर ऊंचे बांध का निर्माण किया जाएगा, जो भारत का सबसे ऊंचा बांध होगा।
(d) यह भारत में निर्मित होने वाली सबसे बड़ी जलविद्युत परियोजना है।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 17 जुलाई, 2019 को आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति ने अरुणाचल प्रदेश में दिबांग बहुउद्देशीय परियोजना हेतु 1600 करोड़ रुपये के पूर्व-निवेश गतिविधियों पर व्यय तथा विभिन्न मंजूरियों को स्वीकृति प्रदान की।
- इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत राशि 28080.35 करोड़ रुपये है, जिसमें 1 जून, 2018 के स्तर पर 3974.95 करोड़ रुपये का आईडीसी और वित्तीय प्रभार (एफसी) शामिल है।
- इस परियोजनांतर्गत 278 मीटर ऊंचे बांध (कंक्रीट गुरुत्व बांध) का निर्माण किया जाएगा, जो भारत का सबसे ऊंचा बांध होगा।
- यह भारत में निर्मित होने वाली सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना है।
- यह परियोजना अरुणाचल प्रदेश के लोअर दिबांग घाटी जिले में स्थित दिबांग नदी पर स्थापित की जा रही है।
- यह परियेाजना पूरी होने पर अरुणाचल प्रदेश सरकार को 1346.76 मिलियन यूनिट (एमयू) अर्थात 12 प्रतिशत बिजली मुफ्त में प्राप्त होगी।
- परियोजना की 40 वर्ष की अवधि में अरुणाचल प्रदेश को मुफ्त बिजली तथा स्थानीय क्षेत्र विकास निधि (एलएडीएफ) में योगदान से कुल 26785 करोड़ रुपये का लाभ प्राप्त होगा।
- इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाढ़ को कम करना है।
- भारत सरकार से निवेश की स्वीकृति हेतु सभी वैधानिक मंजूरियां जिसमें तकनीकी पर्यावरण मंजूरी, वन मंजूरी (पहला-चरण), वन मंजूरी (स्टेज-II) छोड़कर रक्षा मंजूरी मिल गई है।
लेखक-विजय प्रताप सिंह
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