दक्षिण भारत का प्राचीनतम संस्कृत अभिलेख

Earliest Sanskrit inscription in South India found in A.P
प्रश्न-अभी हाल में दक्षिण भारत के किस राज्य में प्राचीनतम संस्कृत अभिलेख की खोज की गई है।
(a) तमिलनाडु
(b) केरल
(c) कर्नाटक
(d) आंध्र प्रदेश
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य
  • भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की पुरालेख (Epigraphy)शाखा ने आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के चेब्रोलु गांव में एक संस्कृत अभिलेख खोजा है जिसे दक्षिण भारत का प्राचीनतम अभिलेख माना गया है।
  • स्तंभ पर उत्कीर्ण यह अभिलेख सप्तमातृका संप्रदाय का प्राचीनतम लेख है।
  • इस अभिलेख की खोज गांव में भीमेश्वर नामक मंदिर के जीर्णोद्वारा के समय की गई।
  • इस खोज के पहले इक्ष्वाकु वंश के राजा अहवला चंटामुला के नागार्जुन कोंडा शिलालेख जो 11वीं शताब्दी में जारी किए गए थे, को 4वीं शताब्दी में दक्षिण भारत का सबसे प्राचीन संस्कृत शिलालेख माना जाता था।
  • भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार यह अभिलेख सप्तवाहन राजा विजय के आदेश पर 207 ई. में उत्कीर्ण कराया गया था।
  • इस अभिलेख द्वारा कार्तिक नामक व्यक्ति को ताम्ब्रोसा नामक गांव में, जो चेब्रोलु का पुराना नाम है, सप्तमातृ का मंदिर के पास प्रसाद व मंडल बनाने का आदेश दिया गया था।
  • ध्यातव्य है कि सप्तमातृका संप्रदाय में सात देवियों की पूजा की जाती है। सात देवियों में ब्राह्मी, माहेश्वरी, कौमारी, वैष्णवी, वराही, चौमुंडा और इंद्राणी शामिल हैं। इनके साथ महालक्ष्मी को कभी-कभी अष्टमातृ भी कहा जाता है।

लेखक-राम करन चौरसिया

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.thehindu.com/sci-tech/science/earliest-sanskrit-inscription-in-south-india-found-in-ap/article30397972.ece