जल शक्ति अभियान

Jal Shakti Abhiyan for Water Conservation Launched
प्रश्न-1 जुलाई, 2019 को जल शक्ति अभियान शुरू किया गया। इस अभियान के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) यह अभियान जल संरक्षण एवं जल सुरक्षा हेतु संचालित किया जा रहा है।
(b) यह अभियान 1 जुलाई से 30 सितंबर, 2019 तक मानसून के मौसम के दौरान नागरिक भागीदारी के माध्यम से संचालित होगा।
(c) द्वितीय चरण में यह अभियान 1 अक्टूबर से 30 नवंबर, 2019 तक उत्तर-पूर्व मानसून वाले राज्यों में संचालित होगा।
(d) अभियान अंतर्गत पानी की कमी वाले जिलों और ब्लॉकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
  • 1 जुलाई, 2019 को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जल  शक्ति अभियान शुरू करने की घोषणा की।
  • यह अभियान जल संरक्षण और जल सुरक्षा हेतु संचालित किया जा रहा है।
  • यह अभियान 1 जुलाई, 2019 से 15 सितंबर, 2019 तक मानसून के मौसम के दौरान नागरिक भागीदारी के माध्यम से संचालित होगा।
  • इसके अलावा द्वितीय चरण में यह अभियान 1 अक्टूबर, 2019 से 30 नवंबर, 2019 तक उत्तर-पूर्व मानसून वाले राज्यों में संचालित किया जाएगा।
  • इस अभियान के अंतर्गत पानी की कमी वाले जिलों और ब्लॉकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
  • सरकार का लक्ष्य प्रत्येक परिवार को प्राथमिकता के आधार पर और निरंतर रूप से पेयजल उपलब्ध कराना है।
  • इस अवसर पर शेखावत ने जल संरक्षण प्रयासों में सक्रिय रूप से भागीदारी के लिए सभी नागरिकों हेतु प्रधानमंत्री के संदेश का एक वीडियो भी जारी किया।
  • यह अभियान भारत सरकार और राज्य सरकारों के विभिन्न मंत्रालयों का एक संयुक्त प्रयास है, जिसका समन्वय पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा किया जा रहा है।
  • केंद्र सरकार के अधिकारियों की टीमें 256 जिलों में 1592 जल की कमी वाले ब्लॉकों में 5 महत्वपूर्ण जल संरक्षण हस्तक्षेप को सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन के साथ दौरा करेंगी और काम करेंगी।
  • 5 महत्वपूर्ण जल संरक्षण हस्तक्षेपों में जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन, पारंपरिक और अन्य जल निकायों/टैंकों का नवीनीकरण, जल का पुनः उपयोग, बोरवेल पुनर्भरण संरचनाएं, वाटरशेड विकास और वनीकरण को बढ़ावा देना शामिल हैं।
  • वर्तमान में केवल 8% वर्षा जल का संरक्षण किया जा रहा है।
  • इस अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु इसमें स्कूली छात्रों, कॉलेज के छात्रों, पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों, युवा समूहों (एनएसएस/एनवाईकेएस/एनसीसी), रक्षा कार्मिकों, पूर्व सैनिकों एवं पेंशन भोगियों के साथ-साथ अन्य समूहों को शामिल करने की योजना बनाई गई है।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=191069

http://ddnews.gov.in/national/govt-launches-%E2%80%98jal-shakti-abhiyan%E2%80%99-water-conservation