जम्मू-कश्मीर में प्रसिद्ध बाबा चमलिमाल उत्सव संपन्न

Annual Chamliyal mela

प्रश्न-जम्मू और कश्मीर में स्थित सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में प्रसिद्ध बाबा चमलियाल मेले का आयोजन होता है, इनका मूल नाम है-
(a) बाबा दलीप सिंह मन्हास
(b) शैफुद्दीन अली अफरोज
(c) बाबा नसीरूद्दीन
(d) बाबा सुहेलदेव
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 2 से 27 जून, 2019 को जम्मू और कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर प्रसिद्ध वार्षिक बाबा चमलियाल मेला आयोजित किया गया।
  • इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने चमलियाल सीमावर्ती मंदिर की परिक्रमा की तथा दो लाख से अधिक लोगों ने इसमें भाग लिया।
  • प्रसिद्ध संत बाबा दलीप सिंह मन्हास जो कि बाबा चमलियाल के नाम से प्रसिद्ध हैं, की समाधि पर इस मेले का आयोजन होता है।
  • सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में जीरो लाइन पर बाबा चमलियाल 300 वर्ष पूर्व रहते थे, जो सभी धर्मों के लोगों द्वारा पूजनीय हैं।
  • चमलियाल मंदिर सांप्रदायिक सौहार्द्र का उदाहरण है।
  • वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के पश्चात इस उत्सव को बंद कर दिया गया था। दोनों देशों के मध्य वर्ष, 2003 में शांति पहल के पश्चात यह मेला लोकप्रिय हो गया।
  • भारतीय पक्ष की ओर से 3 दिन इस मेले का आयोजन तीर्थ परिसर में किया जाता है, जबकि पाकिस्तान में सियालकोट जिले के सैदनवाली गांव में एक सप्ताह आयोजित होता है।
  • उल्लेखनीय है कि इस वर्ष भारत और पाकिस्तान के मध्य इस अवसर पर पारंपरिक रूप से ‘चादर’ या ‘शक्कर’ और शर्बत का आदान प्रदान नहीं हुआ।

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.business-standard.com/article/pti-stories/chamliyal-mela-in-j-k-celebrated-without-traditional-exchange-of-sweets-with-pak-119062700598_1.html
http://www.newindianexpress.com/nation/2019/jun/29/pakistan-skips-chamliyal-mela-second-year-in-a-row-1996995.html
https://indianexpress.com/article/india/j-k-annual-chamliyal-mela-falls-prey-to-indo-pak-hostility-celebrated-without-exchange-of-traditional-ritual-5803566/