चीन द्वारा 2 बाईदोउ-3 नौवहन का का प्रक्षेपण

Long March 3B lofts two more satellites as the Chinese continue to up the pace

प्रश्न-15 अक्टूबर, 2018 को चीन ने बाईदोउ-3 नौवहन उपग्रह प्रणाली के तहत 2 दो उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। इस संबंध में निम्नलिखित कथनों में से क्या सही है

  1. यह प्रक्षेपण लांग मार्च 3C रॉकेट के जरिये जियांग प्रक्षेपण केंद्र से किया गया।
  2. इसके तहत प्रक्षेपित उपग्रहों को ‘मध्यम पृथ्वी कक्षा’ में स्थापित किया गया।
  3. प्रथम बाईदोउ-3 उपग्रह का प्रक्षेपण वर्ष 2016 में किया गया था।
  4. बाईदोउ उपग्रह परियोजना का नामकरण ‘बिग डिपर’ तारामंडल के नाम पर किया गया।

कूटः
(a) 1 एवं 3
(b) 2 एवं 4
(c) 1,3 एवं 4
(d) 2, 3 एवं 4
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 15 अक्टूबर, को 2018 को चीन ने लांग मार्च 3बी (Long March 38) रॉकेट के जरिये दो नये नौवहन उपग्रहों का  सफल प्रेक्षपण किया गया।
  • यह प्रक्षेपण चीन के सिचुआन प्रांत में स्थित जिचांग (ixchang) उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से किया गया।
  • इन दोनों उपग्रहों को बाईदोउ-3 (Biedao-3) ‘M15’ एवं ‘M16’ नाम दिया गया है।
  • इन दोनों उपग्रहों का विकास ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेस’ के अंतर्गत सूक्ष्म उपग्रहों के नवाचार अकादमी द्वारा किया गया है।




  • ये दोनों उपग्रह बाईदोउ नौवहन उपग्रह प्रणाली के अंतर्गत छोड़े गए क्रमशः 39वें एवं 40वें उपग्रह हैं।
  • एक मीट्रिक टन वजनी इन उपग्रहों का कार्यकाल लगभग 12 वर्ष अनुमानित है।
  • इन दोनों उपग्रहों को मध्य पृथ्वी कक्षा (Medium Earth Orbit) में लगभग 21,500 किमी. की ऊंचाई पर स्थापित किया गया है।
  • ये दोनों उपग्रह मध्य पृथ्वी कक्षा में पहले से उपस्थित 14 बाईदोउ-3 उपग्रहों के साथ अपनी सेवाएं उपलब्ध कराएंगे।
  • चीन द्वारा बाईदोउ-3 उपग्रह प्रणाली के अंतर्गत 27 बाईदोउ-3M उपग्रह मध्यम पृथ्वी कक्षा में, 5 बाईदोउ-3G उपग्रह भूस्थिर कक्षा में तथा 3 बाईदोउ-3I उपग्रह प्रवृत्त भू-तुल्यकालिक उपग्रह कक्षा (Inclined Geosynchronous Satellite Orbit) में छोड़े जाने की योजना है।




  • बाईदोउ-3 बाईदोउ नौवहन उपग्रह परियोजना का तीसरा चरण है एवं प्रथम बाईदोउ-3 उपग्रह का प्रक्षेपण मार्च, 2015 में किया गया था।
  • यह बाईदोउ नेटवर्क वर्ष 2012 के अंत तक एशिया प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय नौवहन सुविधा उपलब्ध करा रहा था एवं वर्ष 2018 के अंत तक चीन इसकी सीमा को बढ़ाकर एशिया, यूरोप एवं अफ्रीका के अधिकांश भागों तक करना चाहता है।
  • वर्तमान में यह प्रणाली 50 से अधिक देशों की 3 अरब से अधिक जनसंख्या को आच्छादित (Cover) करती है।
  • इसी शृंखला में चीन द्वारा 25 अक्टूबर, 2018 को अन्य दो ‘M17′ और ‘M18’ बाईदोउ-3 उपग्रहों को छोड़ने की योजना है।




  • गौरतलब है कि ‘बाईदोउ’ उपग्रह परियोजना का नामकरण ‘बिग डिपर’ (Big Dipper) या ‘सप्तर्षि’ तारामंडल के नाम पर किया गया है।
  • इस परियोजना की शुरुआत वर्ष 1994 में की गई थी, जबकि इसके तहत प्रथम उपग्रह का प्रक्षेपण वर्ष 2000 में किया गया था।
  • लांग मार्च, 3B, 180 फीट लंबा त्रिचरणीय रॉकेट है, जो कि 12 मीट्रिक टन वजन के उपग्रह को निम्न पृथ्वी कक्षा में या 5 मीट्रिक टन के भार को भू-स्थिर स्थानांतरण कक्षा में छोड़ सकता है।

लेखक-ललिन्द्र कुमार

संबंधित लिंक…
https://www.nasaspaceflight.com/2018/09/chinese-launch-beidou-3m-pair-1314/
https://www.spacebizguide.com/news/32-satellite-industries/satellite-constellation/92101-long-march-3b-lofts-two-more-satellites-as-the-chinese-continue-to-up-the-pace