चीनी पुरातत्वविदों ने मध्य चीन के हुबेई प्रांत में बौद्ध अवशेषों की खोज की

प्रश्न-अभी हाल ही में चीनी पुरात्वविदों ने मध्य चीन में बौद्ध भिक्षुओं के अवशेषों की खोज की है। इसमें प्राप्त सबसे बड़े अवशेष (Sariras) का आकार क्या है-
(a) 3 सेंटीमीटर व्यास
(b) 2 सेंटीमीटर व्यास
(c) 1 सेंटीमीटर व्यास
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 13 जनवरी, 2015 को शिन्हुआ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार चीनी पुरातत्वविदों ने मध्य चीन के हुबेई प्रांत में एक कब्र से पांच बहुमूल्य सरीरास की खोज की है।
  • ये पवित्र अवशेष दिसंबर 2014 में झिआंगयांग में झिआनशान पर्वत की तलहटी में स्थित एक कब्र के ऊपरी भाग से मिले हैं। यह कब्र मिंग साम्राज्य (1368-1644) से संबंधित एक राजकीय व्यक्ति की है।
  • पुरातत्वविदों ने कहा कि सरीरास का कब्र में मिलना बहुत ही दुलर्भ है, क्योंकि यह ज्यादातर बौद्ध मंदिरों में पाये जाते हैं।
  • पालि शब्द ‘सरीर’का सामान्य अर्थ ‘शरीर’(Body) या शव (Corpse) होता है लेकिन बौद्ध धर्म ‘शरीर’ का प्रयोग समान्यतः महात्मा बुद्ध के अवशेषों के लिए किया जाता है।
  • ध्यातव्य हो कि प्राप्त सरीरास में सबसे बड़े सरीरास का आकार लगभग 3 सेंटीमीटर व्यास का है। ये प्रकाश में लाल, बैंगनी, नीला, नारंगी आदि विभिन्न रंगों में दिखाई देते हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.kaogu.cn/en/News/Academic_activities/2015/0116/48951.html
ttp://www.chinaculture.org/2015-01/14/content_593502.htm
http://news.xinhuanet.com/english/sci/2015-01/13/c_133916134.htm