ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्टस रिपोर्ट, जनवरी 2016

2016 Global Economic Prospects

प्रश्न-विश्व बैंक ग्रुप द्वारा जारी रिपोर्ट ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्टस (GEP)-2016 के अनुसार वर्ष 2016 में भारत एवं विश्व की विकास दर क्रमशः कितने प्रतिशत रहने का अनुमान है?
(a) 7.3 प्रतिशत एवं 2.9 प्रतिशत
(b) 8.3 प्रतिशत एवं 3.9 प्रतिशत
(c) 7.3 प्रतिशत एवं 4.2 प्रतिशत
(d) 7.3 प्रतिशत एवं 4.2 प्रतिशत
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 6 जनवरी, 2016 को विश्व बैंक ग्रुप (वासिंगटन डी.सी.) ने ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स ‘स्पिलओवर्स एमिड वीक ग्रोथ’ नामक शीर्षक से जारी किया।
  • इसके अनुसार वैश्विक विकास दर 2015 में मात्र 2.4 प्रतिशत रही। जबकि वर्ष 2016 में इसके 2.9 प्रतिशत तथा वर्ष 2017 एवं 2018 में 3.1 प्रतिशत के विकास दर रहने का अनुमान लगाया गया है।
  • इस नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारत की संवृद्धि दर वर्ष 2015 में 7.3 प्रतिशत के स्तर पर रही तथा इसके वर्ष 2016 में 7.8 प्रतिशत तथा वर्ष 2017-18 में 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण एशिया की संवृद्धि दर वर्ष 2015 में 7.0 प्रतिशत के स्तर पर रही। वर्ष 2016 में इसके 7.3 प्रतिशत तथा वर्ष 2017 एवं 2018 में इसके 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • इस नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 के दौरान पूर्वी एशिया एवं प्रशांत क्षेत्र की विकास दर 6.4 प्रतिशत के स्तर पर रही। जबकि वर्ष 2016 में इसके 6.3 प्रतिशत तथा वर्ष 2017 एवं 2018 में 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
  • इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 में यूरोक्षेत्र की विकास दर 1.5 प्रतिशत के स्तर पर रही इसके वर्ष 2016 तथा वर्ष 2017 में 1.7 प्रतिशत के स्तर पर तथा वर्ष 2018 में 1.6 प्रतिशत के स्तर पर रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
  • GPE-2016 के अनुसार उच्च आय वाले देशों में वर्ष 2016 के दौरान आर्थिक विकास दर 1.6 प्रतिशत रही, जबकि इसके वर्ष 2016, 2017 तथा 2018 में 2.1 प्रतिशत रहने के अनुमान लगाये गये हैं।
  • रिपोर्ट के अनुसार निम्न आय वाले देशों में वर्ष 2015 के दौरान आर्थिक विकास दर 5.1 प्रतिशत रही, वर्ष 2016 में इसकी वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत वर्ष 2017 एवं वर्ष 2018 में 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • रिपोर्ट के अनुसार ब्रिक्स देशों की विकास दर वर्ष 2015 में 3.9 प्रतिशत रही, जिसके वर्ष 2016 में 4.6 प्रतिशत तथा वर्ष 2017 में 5.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • GEP रिपोर्ट में बताया गया है कि पूर्व अनुमानों के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था का विकास कमजोर रहा जिसका प्रमुख कारण उदीयमान अर्थव्यवस्थाओं में पूंजी एवं व्यापार के प्रवाह का कम होना है।
  • समकालिक रूप से विश्व की चार उदीयमान बाजारों ब्राजील, रूस, चीन तथा दक्षिण अफ्रीका की धीमी विकास गति, विश्व की उत्पल्वित अर्थव्यवस्था (Spillovers Effect on World Economy) में बाधक होने की बात GEP रिपोर्ट में कही गयी है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.worldbank.org/en/news/press-release/2016/01/06/anemic-recovery-in-emerging-markets-to-weigh-heavily-on-global-growth-in-2016
http://www.worldbank.org/content/dam/Worldbank/GEP/GEP2016a/Global-Economic-Prospects-January-2016-Spillovers-amid-weak-growth.pdf