केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गगनयान परियोजना कोमंजूरी

प्रश्न-28 दिसंबर, 2018 को केंद्रीय मंत्रिमंडल नेगगनयान परियोजना को मंजूरी दी। इससे संबंधित निम्न कथनों पर विचार कीजिए-

  1. यह परियोजना वर्ष2020 तक अमल में आएगी।
  2. इस परियोजना के तहत पृथ्वी कीनिचली कक्षा में तीन सदस्यीय दल को सात दिनों के लिए भेजा जाएगा।
  3. इस मिशन के पूर्ण होने पर रूस, अमेरिका और चीन के बाद भारत चौथा ऐसा देश बन जाएगा, जो अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम केतहत इंसान को अंतरिक्ष में भेजेगा।
  4. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने15 अगस्त, 2018 को अपने स्वतंत्रता दिवस भाषणमें इस परियोजना की घोषणा की थ़ी।
    उपर्युक्त कथनों में सेकौन-सा/से कथन सही है/हैं?

    (a) 1, 2 एवं3
    (b) 2 एवं 3
    (c) 2, 3 एवं 4
    (d) उपर्युक्त सभी
    उत्तर-(c)
    संबंधित तथ्य
  • 28 दिसंबर, 2018 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महत्वाकांक्षी गगनयान परियोजना को मंजूरीदी।
  • इस परियोजना के तहत पृथ्वी की निचली कक्षा मेंतीन सदस्यीय दल को सात दिनों के लिए भेजा जाएगा।
  • यह परियोजना वर्ष2022 तक अमल में आएगी।
  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) राष्ट्रीय एजेंसियों, प्रयोगशालाओं, शिक्षा संस्थानों तथा उद्योगक्षेत्र के साथ व्यापक सहयोग करके गगनयान कार्यक्रम के उद्देश्यों को सार्थकबनाएगा।
  • इस परियोजना के चरण-1 (Phase-1) हेतु9028 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानितहै।
  • गगनयान कार्यक्रम के लिए कुल धन की आवश्यकता10,000 करोड़ रुपये के भीतर है और इसमें प्रौद्योगिकी विकास लागत, विमानहार्डवेयर प्राप्ति तथा आवश्यक ढांचागत तत्व शामिल हैं।
  • दो मानव रहित विमान तथा एक मानव चालित विमानगगनयान कार्यक्रम का हिस्सा होंगे।
  • स्वीकृति की तारीख से40 माह के भीतर पहली मानव चालित अंतरिक्ष उड़ान के प्रदर्शन का लक्ष्यपूरा कर लिया जाएगा।
  • इसके पहले दो मानव रहित उड़ान भेजी जाएगी, जिससेप्रौद्योगिकी तथा मिशन प्रबंधन पहलुओं में विश्वास बढ़ाया जा सके।
  • मानव निर्धारित जीएसएलवी एमके-III (GSLV MK-III) का उपयोग कक्षा मॉड्यूल को ले जाने में होगा।
  • जीएसएलवी एमके-III का विकास इसरोद्वारा किया गया है।
  • इसमें पृथ्वी केंद्रित कक्षा में तीन सदस्यमॉड्यूल लांच करने की आवश्यक भार क्षमता है।
  • इसके साथ ही इसरो ने मानव रहित अंतरिक्ष विमानके लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी संपन्न क्रू स्केप सिस्टम का परीक्षण भी कर लिया है।
  • इस मिशन के पूर्ण होने पर रूस, अमेरिका और चीनके बाद भारत चौथा ऐसा देश बन जाएगा, जो अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत इंसान कोअंतरिक्ष में भेजेगा।
  • गौरतलब है कि प्रधानामंत्री नरेंद्र मोदी ने15 अगस्त, 2018 को अपने स्वतंत्रता दिवस भाषणमें गगनयान परियोजना की घोषणा की थी।
  • इस कार्यक्रम से देश में विज्ञान औरप्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।

लेखक-विवेककुमार त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1557587
https://www.thehindu.com/news/national/cabinet-approves-10000-crore-gaganyaan-project/article25850187.ece
https://timesofindia.indiatimes.com/india/cabinet-approves-rs-10000-crore-for-indias-human-spaceflight-programme/articleshow/67286623.cms
https://www.indiatoday.in/science/story/gaganyaan-2022-mission-is-all-about-10-points-1419136-2018-12-28