किशाऊ, रेणुकाजी और व्यासी परियोजना

प्रश्न-किशाऊ बहुउद्देशीय परियोजना के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) यह परियोजना देहरादून जिले में टोंस नदी पर स्थापित की जाएगी।
(b) परियोजनांतर्गत टोंस नदी पर 220 मीटर ऊंचा कंक्रीट का बांध निर्मित किया जाएगा।
(c) इस बांध की जल संग्रहण क्षमता 1324 मिलियन क्यूबिक मीटर होगी।
(d) इस परियोजना से 97000 हेक्टेयर भूमि सिंचित हो सकेगी।
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 28 अगस्त, 2018 को केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण तथा जहाजरानी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किशाऊ बहुउद्देशीय परियोजना, रेणुकाजी बहुउद्देशीय परियोजना और व्यासी परियोजना के संबंध में जानकारी प्रदान की।
  • किशाऊ बहुउद्देशीय परियोजना देहरादून जिले में टोंस नदी (यमुना की सहायक नदी) पर स्थापित की जाएगी।
  • इस परियोजनांतर्गत टोंस नदी पर 236 मीटर ऊंचा कंक्रीट का बांध निर्मित किया जाएगा।
  • इस बांध की जल संग्रहण क्षमता 1324 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) होगी।
  • परियोजना के तहत 517 मिलियन क्यूबिक मीटर पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा और 660 मेगावाट विद्युत उत्पादित होगी।
  • इस परियोजना से 97000 हेक्टेयर भूमि सिंचित हो सकेगी।
  • रेणुकाजी बहुउद्देशीय परियोजना हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में गिरि नदी (यमुना की सहायक नदी) पर स्थापित की जाएगी।
  • इस परियोजना के अंतर्गत गिरि नदी पर 148 मीटर ऊंचे कंक्रीट बांध का निर्माण किया जाएगा।
  • इससे दिल्ली को 23 क्यूमेक (Cumec) पानी की आपूर्ति की जाएगी और बिजली की अधिक मांग के दौरान 40 मेगावाट विद्युत का उत्पादन किया जा सकेगा।
  • व्यासी परियोजना देहरादून जिले में स्थित व्यासी गांव के निकट यमुना नदी पर स्थापित की जाएगी।
  • इस परियोजना के अंतर्गत यमुना नदी पर कंक्रीट बांध बनाया जाएगा।
  • इस परियोजना के दिसंबर, 2018 तक प्रारंभ होने की संभावना है।
  • ज्ञातव्य है ये तीनों परियोजनाएं ऊपरी यमुना क्षेत्र में स्थित हैं।
  • ऊपरी यमुना बेसिन (लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना सहित) में इन सभी भंडारण परियोजनाओं के पूरा होने के बाद अतिरिक्त सिंचाई क्षमता के मामले में कुल 130856 हेक्टेयर भूमि सिंचित होने का लाभ मिलेगा।
  • विभिन्न उपयोगों हेतु पानी की उपलब्धता 1093.83 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) और विद्युत उत्पादन क्षमता 1060 मेगावाट होगी।

[विजय प्रताप सिंह ]

संबंधित लिंक…
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=74931
https://www.jansatta.com/business/centre-six-states-to-ink-an-mou-for-lakhwar-multi-purpose-project-tomorrow/749718/