कार्यशाला-‘मिशन रफ्तार’

प्रश्न-हाल ही में रेल मंत्रालय द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला ‘मिशन रफ्तार का आयोजन नई दिल्ली में किया गया। मिशन रफ्तार का उद्देश्य क्या है?
(a) फ्रेट तथा यात्री ट्रेनों की औसत गति को आगामी पांच वर्षों के दौरान 24 किमी./घंटा तक बढ़ाना।
(b) फ्रेट तथा यात्री ट्रेनों की औसत गति आगामी 4 वर्षों के दौरान 25 किमी./घंटा तक बढ़ाना।
(c) फ्रेट तथा यात्री ट्रेनों की औसत गति आगामी 5 वर्षों के दौरान 25 किमी./घंटा तक बढ़ाना।
(d) फ्रेट तथा यात्री ट्रेनों की औसत गति आगामी 5 वर्षों के दौरान 30 किमी./घंटा तक बढ़ाना।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 30 मई, 2018 को रेल मंत्रालय द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला ‘मिशन रफ्तार’ का आयोजन नई दिल्ली में किया गया।
  • इसका उद्घाटन रेल राज्यमंत्री राजेन गोहेन और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने किया।
  • इस कार्यशाला को आयोजित करने का उद्देश्य भारतीय रेल के उच्च प्रबंधन के साथ फ्रेट तथा यात्री ट्रेनों की औसत गति बढ़ाने पर विचार-विमर्श करना था।
  • कार्यशाला में इसके साथ ही समयबद्धता, ट्रैफिक के संदर्भ में गतिरोधों को दूर करना, मानव रहित रेलवे क्रासिंग को समाप्त करने जैसे मामलों पर भी विचार-विमर्श करना था।
  • मिशन रफ्तार का उद्देश्य फ्रेट तथा यात्री ट्रेनों की औसत गति को आगामी पांच वर्षों के दौरान 25 किमी./घंटा तक बढ़ाना है।
  • फ्रेट ट्रेनों की औसत गति 24 किमी./घंटा है जबकि यात्री ट्रेनों (उप-नगरीय ट्रेनों को छोड़कर) की औसत गति 44 किमी./घंटा है।
  • यात्रा अवधि, माल ढोने और संचालन लागत के समय को कम करने, राजस्व तथा रेलवे की बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए रेलों की औसत गति में वृद्धि किया जाना आवश्यक है।
  • स्वर्णिम चतुर्भुज के अंतर्गत मुख्य रेल मार्ग-दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-हावड़ा, हावड़ा-चेन्नई, चेन्नई-मुंबई और हावड़ा-मुंबई है।
  • इन मार्गों से 58 प्रतिशत फ्रेट यातायात तथा 52 प्रतिशत यात्री यातायात संचालित होता है, जो रेल नेटवर्क का मात्र 15 प्रतिशत है।
  • इसे प्रारंभिक कार्यान्वयन हेतु चयनित किया गया है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=72495
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=179647