काबुली चने का जीन अनुक्रमण

प्रश्न-हाल ही में किस संस्थान के नेतृत्व में वैज्ञानिकों के एक दल ने काबुली चने का जीन अनुक्रमण (Genome Sequencing) पूरा करने में सफलता प्राप्त की है?
(a) आई.सी.ए.आर.डी.ए.
(b) आई.एफ.पी.आर.आई
(c) आई.आई.टी.ए
(d) आई.सी. आर. आई एस.ए.टी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • हाल ही में इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी एरिड ट्रॉपिक्स (ICRISAT) के नेतृत्व में वैज्ञानिकों के एक दल ने चीन के बीजीआई शेन्जेन (BGI-Shenzhen) के सहयोग से काबुली चने का जीन प्राप्त अनुक्रमण पूरा करने में सफलता प्राप्त की है।
  • इस शोध अभियान में दुनिया के 21 शोध संस्थानों के 39 वैज्ञानिक सम्मिलित थे।
  • वैज्ञानिकों के इस दल ने 45 देशों से प्राप्त चने की कुल 429 किस्मों के जीन अनुक्रमण (Genome Sequencing) को पूरा कर लिया है।
  • इस अनुसंधान के माध्यम से वैज्ञानिकों ने काबुली चने (Chikpea) के गर्मी तथा सूखे के प्रति सहनशीलता प्रदर्शित करने वाले जीन को डीकोड किया है।
  • यह काबुली चने (छोले) के संपूर्ण जीनोम के पुनः अनुक्रमण (Re-Sequencing) का सबसे बड़ा अभियान था।
  • वैज्ञानिकों ने अपने तीन वर्षों के लंबे प्रयास में जीन बैंक में उपलब्ध जर्मप्लाज्मा भंडार का उपयोग करके इस चने के संपूर्ण जीन का अनुक्रमण (Complete Genome Sequencing) करने में सफलता हासिल की।
  • इस अध्ययन से इस बात की भी पुष्टि हो गई है कि काबुली चना मूल रूप से भूमध्य सागरीय एवं मध्य पूर्व क्षेत्र में पाया जाता था और यह अफगानिस्तान के रास्ते भारत आया है।

लेखक-राजेश त्रिपाठी

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.icrisat.org/global-team-cracks-genetic-code-to-develop-high-yielding-climate-resilient-chickpea/
https://www.thehindubusinessline.com/economy/agri-business/global-team-cracks-genetic-code-to-develop-high-yielding-climate-resilient-chickpea/article26991662.ece