प्रश्न-सही कथन का चुनाव कीजिए
कथन (A): एफ.एस.एस.ए.आई. (FSSAI) द्वारा किए गए एक अध्ययन में प्रमुख ब्रांडों सहित प्रसंस्कृत दूध के नमूने निर्धारित गुणवत्ता मानक को पूरा करने में विफल रहे।
कारण (B): इन नूमनों में चीनी, माल्टोडेक्स्ट्रिन और वसा जैसे दूषित पदार्थों की उपस्थिति अनुमेय सीमा से अधिक पाई गई।
(a) कथन (A) और कारण (B) कथन (a) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) कथन (A) तथा कारण (B) दोनों सही है, परंतु कारण (B) कथन (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) कथन (A) सही है, परंतु कारण (B) गलत है।
(d) कथन (A) गलत है, परंतु कारण (B) सही है।
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- अक्टूबर, 2018 में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफ.एस.एस.ए.आई.) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार प्रमुख ब्रांडों सहित प्रसंस्कृत दूध के नमूनों पर किए परीक्षण में 37.7 प्रतिशत नमूने निर्धारित गुणवत्ता मानक को पूरा करने में विफल रहे।
- ये नमूने निर्धारित मानक को पूरा करने में इसलिए विफल रहे क्योंकि, इनमें चीनी, माल्टोडेक्स्ट्रिन और वसा जैसे दूषित पदार्थों की उपस्थिति अनुमेय सीमा से अधिक थी।
- एफ.एस.एस.ए.आई. के अध्ययन की मुख्य बातें एफ.एस.एस.ए.आई. के अध्ययन के अनुसार, सुरक्षा मानदंड में भी प्रसंस्कृत दूध के नमूनों का 10.4 प्रतिशत गैर-अनुपालन योग्य था, जो कच्चे दूध में 4.8 प्रतिशत की अपेक्षा अधिक था।
- अध्ययन के मुताबिक, मध्य प्रदेश, केरल और तेलंगाना में दूध के नमूनों में मिलावट के सबसे ज्यादा मामले पाए गए।
- ध्यातव्य है कि एफ.एस. एस. ए.आई. (FSSAI) ने मई, 2018 से अक्टूबर, 2018 के बीच देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 1,103 शहरों से दूध के 6,432 नमूने एकत्र किया था। कुल एकत्रित नमूने का लगभग 40.5 प्रतिशत दूध प्रसंस्कृत दूध तथा शेष कच्चा दूध था।
- दूध के एकत्रित नमूने पर किए गए परीक्षण के नतीजे चिंता का विषय इसलिए हैं क्योंकि, इन नमूनों में अफ्लाटॉक्सिन-एम 1 एंटीबायोटिक्स और कीटनाशक जैसे दूषित पदार्थ पाए गए थे।
लेखक-वृषकेतु राय
संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.business-standard.com/article/pti-stories/processed-milk-in-india-does-not-meet-quality-safety-norms-fssai-study-119101800728_1.html