आईसीएआर-नाबार्ड में समझौता

ICAR and NABARD signs MoU to facilitate the action research and up-scaling of the various technologies and innovative farmer models
प्रश्न-13 दिसंबर, 2019 को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और नाबार्ड के बीच एक्शन रिसर्च और विभिन्न तकनीकों को बेहतर बनाने एवं नवाचार किसान मॉडल के लिए समझौता-ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ। इस समझौता-ज्ञापन के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) एक्शन रिसर्च का अर्थ है-चुनौतियों के लिए समाधान ढूंढ़ने हेतु किसानों की सक्रिय भागीदारी से शोध करना।
(b) नवाचार किसान मॉडल आईसीएआर द्वारा विकसित हैं।
(c) नाबार्ड अपने नेटवर्क के माध्यम से चैनल सहयोगियों तथा आईसीएआर के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
(d) आईसीएआर नाबार्ड सहायतित परियोजनाओं का मूल्यांकन करने, जलवायु परिवर्तन संबंधी परियोजनाओं का डीपीआर तैयार करने, कृषि यांत्रिकीकरण आदि कार्यों में सहायता प्रदान करेगा।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
  • 13 दिसंबर, 2019 को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बोर्ड (नाबार्ड) के बीच एक्शन रिसर्च और विभिन्न तकनीकों को बेहतर बनाने एवं नवाचार किसान मॉडल के लिए समझौता-ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ।
  • एक्शन रिसर्च का अर्थ है-चुनौतियों के लिए समाधान ढूंढ़ने हेतु किसानों की सक्रिय भागीदारी से शोध करना।
  • आईसीएआर द्वारा विकसित नवाचार किसान मॉडलों में जलवायु अनुकूल अभ्यास, मॉडल और वाटरशेड प्लेटफॉर्म पर आधारित शोध के तहत सहभागिता के साथ उच्च तकनीकी वाले कृषि अभ्यास शामिल हैं।
  • इस समझौता-ज्ञापन के तहत कृषि, एकीकृत कृषि प्रणाली, कृषि-वानिकी, पौधारोपण, बागवानी, पशु विज्ञान, कृषि-इंजीनियरिंग, फसल कटाई के पश्चात की तकनीक आदि क्षेत्रों में स्थान विशेष के दृष्टिगत प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण का उल्लेख है।
  • आईसीआर अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से चैनल सहयोगियों तथा नाबार्ड अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा और उनके क्षमता विकास में सहयोग प्रदान करेगा।
  • इस पहल के माध्यम से चैनल सहयोगियों की क्षमता में वृद्धि होगी।
  • इसके अलावा आईसीआर नाबार्ड सहायतित परियोजनाओं का मूल्यांकन करने, जलवायु परिवर्तन संबंधी परियोजनाओं का डीपीआर तैयार करने, कृषि यांत्रिकीकरण, एग्री इन्क्यूबेशन सेंटर/एफपीओ, संसाधन संरक्षण आदि कार्यों में भी सहायता प्रदान करेगा।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/Pressreleaseshare.aspx?PRID=1596405

https://icar.org.in/content/icar-signs-mou-nabard