प्रश्न-देश का पहला मिसाइल ट्रैकिंग पोत जिसे फिलहाल VC11184 नाम दिया गया है, कहां निर्माधीन है?
(a) माझगांव डॉक लिमिटेड, मुंबई में
(b) कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, कोच्चि में
(c) हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड, विशाखापत्तनम में
(d) गार्डनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड कोलकाता में
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- वर्तमान में विशाखापत्तनम स्थित हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा देश के पहले मिसाइल ट्रैकिंग पोत का निर्माण किया जा रहा है।
- फिलहाल इसे VC11184 नाम दिया गया है।
- हालांकि औपचारिक रूप से इसका नामकरण भारतीय नौसेना में इसकी तैनाती के बाद ही किया जाएगा।
- इस पोत का निर्माण जून, 2014 में प्रारंभ हुआ था।
- लगभग 15000 टन वजनी यह पोत मेक इन इंडिया पहल के तहत निर्मित सबसे बड़े स्वदेशी युद्धपोतों में से एक है।
- इस पोत पर दो AESA रडार तैनात किए जाएंगे जो दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों को ट्रैक करने के अलावा स्वदेश निर्मित मिसाइलों को भी नियमित परीक्षणों के दौरान आसानी से ट्रैक कर सकेंगे।
- यह पोत भारत की बैलिस्टिक मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए डाटा एकत्र करने में बहुत उपयोगी सिद्ध होगा।
- इस पोत के निर्माण की परियोजना की कुल लागत लगभग 750 करोड़ रुपये है।
- इसय पोत के निर्माण के साथ भारत अमेरिका, रूस, चीन एवं फ्रांस जैसे चार विशिष्ट देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा जिन्होंने बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपणों को ट्रैक करने के लिए इस प्रकार के पोत विकसित किए हैं।
संबंधित लिंक…
http://www.indiandefensenews.in/2018/09/indias-first-missile-tracking-ship-is.html
http://www.defenseworld.net/news/22999#.W6Cut-gzbIU
https://www.thehindu.com/sci-tech/science/indias-first-missile-tracking-ship-is-readying-for-sea-trials/article24929012.ece