हरियाणा में बॉयोडायवर्सिटी पार्क की स्थापना

प्रश्न-हरियाणा में बायोडायवर्सिटी पार्क किस जिले में स्थापित किया जाएगा?
(a) रोहतक
(b) हिसार
(c) जींद
(d) अम्बाला
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 4 सितंबर, 2018 को हरियाणा के मुख्य सचिव डी.एस. ढेसी की अध्यक्षता में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की राज्यस्तरीय स्टेयरिंग कमेटी की चौथी बैठक आयोजित हुई।
  • इस बैठक में राज्य में विलुप्त हो रही वनस्पतियों एवं जीवों के संरक्षण हेतु बायोडायवर्सिटी पार्क की स्थापना हेतु मंजूरी प्रदान की गई।
  • यह पार्क हिसार जिले में स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 300 एकड़ क्षेत्र में निर्मित किया जाएगा।
  • इस पार्क की निर्माण लागत राशि 32 करोड़ रुपये होगी।
  • पार्क के निर्माण की परियोजना चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार और केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान, हिसार द्वारा कार्यान्वित की जाएगी।
  • परियोजनान्तर्गत विलुप्त हो रही प्रवासी पक्षियों की प्रजातियों की संख्या 7-15 तक बढ़ाने, स्थानीय पक्षी प्रजातियों की संख्या 80-110 तक बढ़ाने, जलीय वनस्पति की संख्या 14-30 तक बढ़ाने और जलीय जीवों की संख्या 20-25 तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
  • इस परियोजना के तहत जंगली पशु प्रजातियों, कृषि फसलों एवं फलदार वृक्षों आदि का भी संरक्षण किया जाएगा।
  • परियोजना का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं-विलुप्त हो रही वनस्पतियों एवं जीवों के संरक्षण हेतु अद्वितीय पारिस्थितिकी (Ecological) मॉडल बनाना, जलीय-वनस्पति और जीवों के साथ ही प्रवासी एवं स्वदेशी पक्षियों के लिए आदर्श आवास उपलब्ध कराना, लुप्त हो रही पशुधन जैव विविधता पर विशेष बल दिए जाने के साथ ही अनूठी खाद्य शृंखलाओं के साथ चारागाह भूमि का निर्माण और विकास एवं प्रकृति के संरक्षण पर जागरूकता को बढ़ावा देना, पर्यावरण-पर्यटन को बढ़ावा देना एवं स्थानीय समुदायों की आजीविका में वृद्धि करना शामिल है।
  • इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण में निर्धारित योगदान और जलवायु परिवर्तन की कार्ययोजना में संशोधन हेतु 8 कार्यकारी समूहों को मंजूरी प्रदान की गई। जिसमें सतत कृषि, जल संसाधन, जैव विविधता सहित वन और पर्यावरण, ऊर्जा, सतत आवास, ज्ञान प्रबंधन और कौशल विकास, उद्योग तथा पर्वतीय पारिस्थितिकी शामिल है।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

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http://www.prharyana.gov.in/hi/haraiyaanaa-maen-vailaupata-hao-rahai-vanasapataiyaon-va-jaivaon-kae-sanrakasana-kae-laie-32-0