स्वदेश दर्शन योजना के तहत दो नई परियोजनाओं की मंजूरी

प्रश्न-निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
1. स्वदेश दर्शन योजना का शुभारंभ वर्ष 2014-15 में किया गया था।
2. यह संस्कृति मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 एवं 2 दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 27 अगस्त, 2018 को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा ‘स्वदेश दर्शन योजना’ की विरासत और पूर्वोत्तर सर्किट के तहत दो नई परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई।
  • पंजाब एवं त्रिपुरा के लिए स्वीकृत इन परियोजनाओं की लागत राशि 164.95 करोड़ रु. होगी।
  • विरासत सर्किट के तहत पंजाब राज्य की स्वीकृत परियोजना में ‘आनंदपुर साहिब – फतेहगढ़ साहिब – चमकौर साहिब – फिरोजपुर – अमृतसर – खटकड़ कलां – कलानौर – पटियाला’ स्थलों को शामिल किया गया है।
  • इस परियोजना की लागत 99.95 करोड़ रुपये होगी।
  • पूर्वोत्तर सर्किट के तहत त्रिपुरा राज्य की परियोजना में ‘सुरमा चेरा – उनाकोटी-जम्पुई पहाड़ियां – गुनाबाटी – भुवनेश्वरी – माताबारी – नीरमहल – बोक्सानगर – चोट्टा खोला – पिलक – अवंगचारा’ स्थलों को आच्छादित किया गया है।
  • इस परियोजना की लागत राशि 65 करोड़ रुपये होगी।
  • ध्यातव्य है कि स्वदेश दर्शन योजना का शुभारंभ वर्ष 2014-15 में किया गया था।
  • यह पर्यटन मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है, जिसके तहत योजनाबद्ध और प्राथमिकता के आधार पर विषयगत सर्किट का विकास किया जाना है।
  • 14 अगस्त, 2018 को मणिपुर की राज्यपाल डॉ. नजमा ए. हेपतुल्ला ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत पहले फेज ‘पूर्वोत्तर सर्किट का विकास : इम्फाल एवं खोंगजोम’ का उद्घाटन किया।

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