स्कैली-फुट स्नेल आई.यू.सी.एन. (IUCN) द्वारा रेड लिस्ट में शामिल

Ocean snail is first animal to be officially endangered by deep-sea mining
प्रश्न-18 जुलाई, 2019 को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) द्वारा ‘स्कैली-फुट स्नेल’ को लुप्तप्राय प्रजाति की अद्यतन रेड लिस्ट में शामिल किया गया, इससे संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
(1) यह मेडागास्कर के पूर्व हिंद महासागर में तीन स्थानों (हाइड्रोथर्मल वेंट्स) पर पाया जाने वाला दुर्लभ घोंघा है।
(2) यह गहरे समुद्र में खनन के बढ़ते खतरे को देखते हुए अधिकारिक रूप से घोषित होने वाली पहली प्रजाति है।
(3) इसका वैज्ञानिक नाम ‘क्रिसमैलोन स्क्वैम्फरम’ है।
(4) इस प्रजाति को पहली बार वर्ष 2003 के अप्रैल माह में खोजा गया था।
उपर्युक्त में से कौन-सा कथन सत्य है/हैं-

(a) केवल (1) एवं (2)
(b) केवल (3) एवं (4)
(c) केवल (1), (2) एवं (3)
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
  • जुलाई, 2019 में इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) द्वारा ‘स्कैली-फुट स्नेल’ को लुप्तप्राय प्रजाति की अद्यतन रेड लिस्ट में शामिल किया गया।
  • इसका वैज्ञानिक नाम ‘क्राइसोमैलोन स्क्वैम्फरम’ है।
  • यह मेडागास्कर के पूर्व हिंद महासागर में पाया जाने वाला एक दुर्लभ प्रजाति का घोंघा है।
  • यह गहरे समुद्र में खनन के बढ़ते खतरे को देखते हुए आधिकारिक रूप से लुप्तप्राय घोषित होने वाली ‘पहली प्रजाति’ है।
  • उल्लेखनीय है कि हाइड्रो थर्मल वेंट्स क्षेत्र खनिज सम्पदा की दृष्ष्टि से धनी होते हैं।
  • स्कैली-फुट घोंघा के खोल की बाहरी परत लौह सल्फाइड के बने होते हैं।
  • इसके ‘ओशोफैगियल ग्रंथि’ में ‘सहजीवी ग्रैम प्रोटो बैक्टीरिया’ होता है, जिससे घोंघा अपना पोषण प्राप्त करता है।
  • ध्यातव्य है कि अंतरराष्ट्रीय समुद्री प्राधिकरण (ISA) अंतरराष्ट्रीय समुद्र क्षेत्र में सभी खनन संबंधित गतिविधियों को व्यवस्थित विनियमित एवं नियंत्रित करता है। इसका मुख्यालय `किंग्स्टन, जमैका में है।

संबंधित लिंक भी देखें…

https://www.nature.com/articles/d41586-019-02231-1