प्रश्न-किस अक्षय ऊर्जा स्रोत को भविष्य की हरित ऊर्जा स्रोत के रूप में देखा जाता है?
(a) सौर ऊर्जा
(b) तापीय ऊर्जा
(c) नाभकीय ऊर्जा
(d) रासायनिक ऊर्जा
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- सौर ऊर्जा हरित ऊर्जा का एक स्रोत है। इसके अलावा हरित ऊर्जा में पवन, जल, भूतापीय एवं पादपों से उत्पन्न ऊर्जा को भी रखा जाता है।
- भारत में सौर ऊर्जा का महत्वपूर्ण उपयोग बिजली बनाने की दिशा में किया गया है।
- एनर्जी कंसल्टेंसी फर्म ‘ब्रिज टू इंडिया लिमिटेड’ के एक अध्ययन के अनुसार भारत में सौर ऊर्जा के लिए प्रयोग होने फोटोवोल्टिक मॉड्यूल (सौर पैनल) के अपशिष्ट की मात्रा बढ़ रही है।
- अध्ययन के अनुसार भारत में फोटोवोल्टिक अपशिष्ट की मात्रा 2030 तक 2 लाख टन और 2050 तक लगभग 18 लाख टन बढ़ने का अनुमान है।
- पीवी माड्यूल (फोटोवोल्टिक) मुख्य रूप से कांच, धातु, सिलिकॉन और बहुलक अंशों से मिलकर बना होता है।
- इस माड्यूल का ज्यादातर हिस्सा कांच और एल्युमीनियम का बना है। जो ज्यादा खतरनाक नहीं है। परंतु कुछ अन्य धातु यौगिक, पॉलिमर और मिश्र धातुएं हैं जो खतरनाक हैं।
- इन धातु यौगिकों और मिश्र धातुओं से पर्यावरण, जैव विविधता और मानव स्वास्थ पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
- अन्य संबंधित तथ्य
- फोटोवोल्टि अपशिष्ट रीसाइक्लिंग तकनीकी मानक और भौतिक अवसंरचना में वैश्विक स्तर पर अभी शुरूआती अवस्था में है।
- भारत सरकार ने वर्ष 2020 तक 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा स्थापित करने की योजना बनाई है। परंतु अभी तक केवल 28 गीगावॉट के सौर सेल (पैनल) स्थापित किए हैं जो आयातित सौर पीवी सेल पर आधारित हैं।
- भारत में ई-कचरा (प्रबंध और हैंडलिंग) नियम-2011 का प्रावधान है परंतु इसमें ई-कचरा और पीवी कचरे के नियम से संबंधित कोई उल्लेख नहीं है।
- वर्तमान में भारत में केवल 4% से कम का संगठित क्षेत्र ई-कचरा रीसाइक्लिंग क्षेत्र में कार्यरत है।
लेखक-अभिषेक सिंह
संबंधित लिंक भी देखें…