सीपीएसई को दो कोकिंग कोयला खदानों का आवंटन

CPSEs get two Coking Coal Mines; to Boost Production by 10 MT Per Annum
प्रश्न-दिसंबर, 2019 में कोयला मंत्रालय द्वारा स्टील सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (सीपीएसई) को दो कोकिंग कोयला खदानों का आवंटन किया गया है। इस संबंध में विकल्पो में कौन-सा तथ्य सही है?
(a) दो कोकिंग कोयला खदानों रोहने और रोबोडीह का आवंटन किया गया है।
(b) यह आवंटन कोयला खान (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 2015 के तहत किया गया है।
(c) यह दोनों खानें पश्चिम बंगाल में स्थित हैं।
(d) राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड को रोबोडीह ओसीपी कोयला खदान का आवंटन लौह और इस्पात के कैप्टिव उपयोग के लिए किया गया है।
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
  • दिसंबर, 2019 में कोयला मंत्रालय द्वारा स्टील सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (सीपीएसई) का दो कोकिंग कोयला खदानों रोहने और रोबोडीह का आवंटन किया गया है।
  • यह आवंटन कोयला खान (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 2015 के तहत किया गया है।
  • यह दोनों खानें झारखंड में स्थित हैं।
  • इन खदानों से प्रतिवर्ष लगभग 10 मीट्रिक टन से अधिक उत्पादन होगा साथ ही देश में कोकिंग कोयले के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
  • रोहने की कोयला खदान का आवंटन कोयले की बिक्री हेतु राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड को किया गया है।
  • राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड को रोबोडीह ओसीपी कोयला खदान का आवंटन लौह और इस्पात के कैप्टिव उपयोग के लिए किया गया है।
  • यह आवंटन उन 5 कोयला खदानों के अतिरिक्त है, जिन्हें सफल बोलीदाताओं को आवंटित किया गया है और 6 कोयला खदानें सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को आवंटित की गई हैं।
  • कुल आवंटित 13 खदानों से प्रतिवर्ष कोयले की घरेलू उपलब्धता में 35 मीट्रिक टन से अधिक की वृद्धि होगी।
  • अपने जीवनकाल में रॉयल्टी और लागू करों के अलावा इन खदानों से राज्य सरकारों को लगभग 31000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…

https://pib.gov.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=195885

https://coal.gov.in/sites/upload_files/coal/files/curentnotices/Coal-Press-release-14122019.pdf