सिंधु डॉल्फिन की भारत में पहली संगणना

प्रश्न-सिंधु डॉल्फिन के संरक्षण के मद्देनजर भारत में इसकी पहली संगणना (Census) कौन आयोजित कर रहा है?
(a) डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के साथ पंजाब सरकार
(b) डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के साथ जम्मू और कश्मीर सरकार
(c) डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के साथ हिमाचल प्रदेश सरकार
(d) पर्यावरण मंत्रालय
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 3 मई, 2018 को सिंधु डॉल्फिन की भारत में पहली संगणना की घोषणा हुई।
  • ये संगणना 3-6 मई, 2018 के मध्य पंजाब सरकार ने डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया के साथ मिल कर आयोजित की।
  • ध्यातव्य है कि यह विश्व की दुर्लभ स्तनधारी प्रजातियों में से एक है।
  • जो कि सिर्फ भारत और पाकिस्तान में पाई जाती है।
  • भारत में यह डॉल्फिन व्यास नदी में तलवाड़ा (Talwara) तथा हरिके बैराज के बीच केवल 185 किलोमीटर के स्ट्रेच (Stretch) में पाई जाती है।
  • वन और वन्य जीव संरक्षण विभाग, पंजाब और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ भारत के अधिकारी वर्तमान में दो टीमों में काम कर रहे हैं। और पांच दिवसीय अभियान में डॉल्फिन की आबादी का अनुमान लगाएंगे।
  • संगणना का मुख्य उद्देश्य इस प्रजाति की डॉल्फिन की सटीक जनसंख्या का पता लगाना है।
  • इसके उपरांत ही इनके संरक्षण का कार्यक्रम चलाया जाएगा।
  • ध्यातव्य है कि इससे पूर्व ये डॉल्फिन उपरोक्त क्षेत्रों में केवल दृष्टिगोचर ही होती थीं जबकि इनकी संख्या अज्ञात थी।
  • ध्यातव्य है कि सिंधु डॉल्फिन प्लैटेनिस्ता गैंगेटिका माइनर की सबसे समृद्धि आबादी पाकिस्तान में पाई जाती है।
  • जहां सिंधु नदी के 1,500 किलोमीटर के स्ट्रेच में उनकी अनुमानित संख्या 1800 के लगभग है।
  • भारत में इस प्रजाति की डॉल्फिन की बेहद कम संख्या मौजूद है जो कि केवल व्यास नदी में ही पाई जाती है।
  • ध्यातव्य है कि दशकों पहले इस प्रजाति की डॉल्फिन सतलज नदी में भी पाई जाती थी।
  • परंतु सतलज में हुए प्रदूषण के कारण इस नदी की सभी डॉल्फिन विलुप्त हो गईं।

संबंधित लिंक
https://www.wwfindia.org/?17361/Indus-River-Dolphin-Survey
https://www.hindustantimes.com/environment/first-organised-census-for-indus-dolphins-to-be-carried-out-in-india/story-fGpG6MvFwOMTOS0mVwVvSL.html