साहित्यिक रचनाओं के शीर्षक पर कॉपीराइट नहीं, सुप्रीम कोर्ट

No copyright on the title of literary works, SC

प्रश्न-हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने साहित्यिक रचनाओं के शीर्षक को कॉपीराइट से मुक्त करार दिया। यह फैसला निम्न में से किस फिल्म शीर्षक के कारण उत्पन्न विवाद स्वरूप दिया गया?
(a) चिनार दास्तान-ए-इश्क
(b) कांची
(c) देसी ब्वॉयज
(d) शानदार
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 21 अक्टूबर, 2015 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी अपने एक फैसले में साहित्यिक रचनाओं के शीर्षक को कॉपीराइट से मुक्त करार दिया।
  • इस संदर्भ में न्यायालय द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि किसी साहित्यकार द्वारा लिखी गई साहित्यिक रचना का कॉपीराइट होता है, न कि उसकी रचना के शीर्षक का।
  • सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर व न्यायमूर्ति एसबी बोबर्ड की पीठ ने बॉम्बे होईकोर्ट के उस फैसले को रद कर दिया जिसके तहत फिल्म निर्देशक कृषिका लुल्ला के खिलाफ दर्ज कॉपीराइट एक्ट के मामले में राहत देने से इंकार कर दिया था।
  • उल्लेखनीय है कि ‘देशी ब्वॉयज’ नामक एक पुस्तक के लेखक श्याम विट्टलराव देवकट्टा ने देशी ब्वॉयज फिल्म की निर्देशक कृषिका लुल्ला के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट का मुकदमा दायर किया था।
  • इस संदर्भ में देवकट्टा का कहना था कि फिल्म का टाइटल उनकी किताब के शीर्षक के नाम से लिया गया है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-national/copyright-does-not-exist-for-title-of-a-literary-work/article7791159.ece
http://lawyerslaw.org/titles-of-the-literary-work-no-copyright-exists-thus-no-claim-of-infringement-of-copyright-can-be-ordered-supreme-court/
http://www.dnaindia.com/india/report-no-copyright-exists-on-the-title-of-literary-work-supreme-court-2137112
http://barandbench.com/no-copyright-in-movies-title-supreme-court-in-desi-boyz-controversy/
http://hindi.eenaduindia.com/Delhi/DelhiNCR/2015/10/21191954/Desi-boys-film-director-relief-from-the-Supreme-Court.vpf