साइबर स्वच्छता केंद्र-बॉटनेट क्लीनिंग एवं मालवेयर विश्लेषण केंद्र का शुभारंभ

Ministry of Electronics and Information Technology (MeitY) launches Cyber Swachhta Kendra - Botnet Cleaning and Malware Analysis Centre

प्रश्न-साइबर स्वच्छता केंद्र-बॉटनेट क्लीनिंग एवं मालवेयर विश्लेषण केंद्र का संचालन किसके द्वारा किया जा रहा है?
(a) सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग
(b) सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
(c) सीईआरटी-इन
(d) उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 22 फरवरी, 2017 को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद द्वारा साइबर स्वच्छता केंद्र-बॉटनेट क्लीनिंग एवं मालवेयर विश्लेषण केंद्र का शुभारंभ किया गया।
  • इसका उद्देश्य भारत में बॉटनेट के संक्रमण का पता लगाकर एक सुरक्षित साइबर स्पेस का सृजन करना और अधिसूचित करने के साथ-साथ क्लीनिंग को सुनिश्चित करना और अंतिम उपयोगकर्त्ताओं की प्रणालियों को सुरक्षित करना है जिससे संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
  • इस केंद्र का परिचालन इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम सीईआरटी-इन (CERT-in) द्वारा किया जायेगा।
  • इसका लक्ष्य सरकार और उद्योग जगत के मध्य आपसी समन्वय को बढ़ाना है जिससे सभी उपयोगकर्त्ताओं के बीच साइबर स्वच्छता को प्रोत्साहित किया जा सके।
  • इसके अलावा इसका लक्ष्य भारत में एक सुदृढ़ और सुरक्षित इंटरनेट परितंत्र का सृजन करना भी है।
  • इस केंद्र के शुभारंभ से भारत उन देशों के प्रतिष्ठित क्लब में शामिल हो गया जिन्होंने अपने नागरिकों हेतु मालवेयर क्लीनिंग प्रक्रियाएं पहले से ही स्थापित की हैं।
  • वर्तमान में भारत में ऐसे 13 बैंक और इंटरनेट सेवा प्रदाता हैं, जो इस सुविधा का उपयोग कर रहे हैं।
  • यह केंद्र नागरिकों के बीच लोगों की डिवाइस को सुरक्षित रखने के विषय में जागरूकता के आवश्यक कदम भी उठाएगा।
  • इस केंद्र का परिचालन जून, 2017 से प्रारंभ हो जाएगा।
  • क्षेत्रवार सीईआरटी का गठन किया जाएगा, जो सीईआरटी-इन के अंतर्गत कार्य करेगा।
  • सीईआरटी का गठन राज्य स्तर पर भी होगा।
  • यह एक सशक्त प्रमाणित प्राधिकरण के रूप में काम करेगा।
  • केंद्र सरकार द्वारा दिशा में इंटरनेट सेवा प्रदाताओं और एंटी-वायरस कंपनियों के साथ अच्छा तालमेल कर कार्य किया जाएगा।
  • इस अवसर पर नागरिकों के लिए कुछ उपकरण भी जारी किए गए जो निम्न हैं-
    (i) यूएसबी प्रतिरोध-यह एक डेस्कटॉप सिक्योरिटी सॉल्यूशन है जो यूएसबी मास स्टोरेज डिवाइस के खतरों से रक्षा करता है।
    (ii) एप्सविद-यह एक डेस्कटॉप सॉल्यूशन है जिससे व्हाइट लिस्टिंग की द्वेषपूर्ण एप्लीकेशन से होने वाले खतरों की रोकथाम करने में मदद मिलती है।
    (iii) एम-कचव-यह स्वदेश में ही विकसित किया गया एक सॉल्यूशन है जो मोबाइल में उभरने वाले सुरक्षा संबंधी खतरों का निवारण करता है।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/printrelease.aspx?relid=158620
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=59686