समुद्रीय निगरानी हेतु उपग्रहों का प्रक्षेपण

प्रश्न-भारत द्वारा किस देश के सहयोग से समुद्रीय निगरानी हेतु उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जाएगा?
(a) फ्रांस
(b) रूस
(c) संयुक्त राज्य अमेरिका
(d) इस्राइल
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • भारतीय अंतरिक्ष संस्था इसरो (ISRO) और फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईस (CNES) द्वारा संयुक्त रूप से समुद्रीय निगरानी के लिए उपग्रहों का प्रक्षेपण किए जाने की योजना बनाई गई है।
  • इस योजना के तहत 8-10 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित किया जाएगा।
  • ये उपग्रह हिन्द महासागर की निगरानी का कार्य करेंगे।
  • उपग्रहों के प्रक्षेपण का उद्देश्य समुद्रीय यातायात प्रबंधन निगरानी है।
  • उल्लेखनीय है कि इसरो के मंगल एवं शुक्र के लिए अंतरग्रहीत मिशनों में फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी मदद करेगी।
  • सितंबर, 2018 में ही भारत एवं फ्रांस के मध्य भारत के पहले मानव मिशन कार्यक्रम के लिए विशेषज्ञता आदान-प्रदान समझौता पर हस्ताक्षर किए गए थे।
  • भारत एवं फ्रांस संयुक्त रूप से स्थल इन्फ्रारेड निगरानी हेतु त्रिशना (Trishna) उपग्रह और ओसनसैट-3 आर्गोस मिशन पर भी कार्य कर रहे हैं।
  • दोनों देशों की अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा जलवायु निगरानी के लिए संयुक्त मिशन मेघा ट्रॉपिक्स (2011 में प्रक्षेपित) और सरल अल्टिका (2013 में प्रक्षेपित) पर भी काम किया जा रहा है।
  • फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) और जर्मनी की अंतरिक्ष एजेंसी डीएलआर के साथ ‘राइगु’ (Ryugu) क्षुद्रग्रह के लिए मिशन हायाबूसा-2 मस्कट (hayabusa-2 Mascot) पर कार्य किया जा रहा है।
  • सीएनईएस ने बुध ग्रह के लिए बेपीकोलंबो (Bepi Colombo) मिशन का भी प्रक्षेपण किया जाना है।
  • मार्च, 2018 में भारत एवं फ्रांस ने अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए संयुक्त विजन की घोषणा की थी।

संबंधित लिंक…
https://www.mea.gov.in/bilateral-documents.htm?dtl/29598
https://economictimes.indiatimes.com/news/defence/india-france-plan-satellites-for-maritime-surveillance-french-space-agency-chief/articleshow/65828365.cms