विश्व का पहला विश्वसनीय डिजिटल भंडार

प्रश्न-हाल ही में किसे विश्व के पहले विश्वसनीय डिजिटल भंडार का प्रमाण पत्र प्राप्त प्रदान किया गया है?
(a) राष्ट्रीय निक्षेपागार
(b) राष्ट्रीय सांस्कृतिक दृश्य-श्रव्य अभिलेखागार
(c) नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय के अभिलेखागार
(d) भारतीय पुरातत्व संग्रहालय
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य

  • 20 मार्च, 2018 को संस्कृति मंत्रालय की राष्ट्रीय सांस्कृतिक दृश्य-श्रव्य अभिलेखागार परियोजना को विश्व का पहला विश्वसनीय डिजिटल भंडार का प्रमाण-पत्र प्राप्त हुआ है।
  • यह परियोजना इंदिरागांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा कार्यान्वित की जा रही है।
  • इस परियोजना को ब्रिटेन की संस्था प्राइमरी ट्रस्टवर्दी डिजिटल रिपॉजिटरी ऑथराइजेशन बॉडी लिमिटेड द्वारा आईएसओ 16363: 2012 का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।
  • देशभर के 25 शहरों में किए गए सर्वेक्षण के आधार पर आगामी पांच वर्षों में इस भंडार में 3 लाख घंटों की ऑडियो विजुअल सामग्री को एकीकृत किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय सांस्कृतिक दृश्य श्रव्य अभिलेखागर का उद्देश्य ऑडियो विजुअल सामग्री के रूप में विद्यमान भारत की सांस्कृतिक विरासत की पहचान करना और इसे डिजटली माध्यम से संरक्षित करना है।
  • मार्च 2018 तक 30,000 घंटों की अप्रकाशित तथा गैर-व्यवसायीकृत ऑडियो विजुअल सामग्री को ऑनलाइन (http://ncaa.gov.in/repository) उपलब्ध कराया जाएगा।
  • वर्तमान में इनमें से 15,000 घंटों की ऑडियो विजुअल सामग्री को ऑनलाइन उपलब्ध करा दिया गया है।
  • 23,000 घंटों से अधिक की अप्रकाशित ऑडियो विजुअल रिकार्डिंग का डिजिटल संस्करण तैयार कर लिया गया है।
  • राष्ट्रीय सांस्कृतिक दृश्य-श्रव्य अभिलेखागर (एमसीएस) का पायलट डिजिटल भंडार, पुणे की संस्था सी-डेक के सहयोगी सेंटर ऑफ एक्सिलेंस फॉर डिजिटल प्रिजर्वेशन के सहयोग से तैयार किया गया है।
  • डिजिटालय के सहयोग से एनसीएस डिजिटल भंडार की स्थापना हुई है जिसे सी-डेक पुणे द्वारा विकसित किया गया है।
  • इसका कार्यान्वयन ओपन आर्किवल इन्फॉरमेशन सिस्टम संदर्भ मॉडल आईएसओ 14721: 2012 के निर्देशों के तहत किया गया है।
  • वर्तमान में पूरे देश में एनसीएस की 21 सहयोगी संस्थाएं एवं हैं जिसमें 11 सरकारी और 10 गैर-सरकारी सांस्कृतिक संगठन हैं।
  • इस परियोजना में अंतरराष्ट्रीय मानकों यथा ओएआईएस मॉडल तथा इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ साउंड एंड ऑडियो विजुअल आर्काईव (आईएएसए) का अनुपालन किया गया है।
  • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की स्थापना भारत सरकार ने की है जो भारतीय कलाओं के सभी आयामों पर शोध करने की अग्रणी संस्था है।
  • इस केंद्र का प्रमुख उद्देश्य राष्ट्रीय संसाधन के रूप में अपने को विकसित करना है।
  • यह केंद्र कला, मानविकी तथा सांस्कृतिक विरासत के क्षेत्र में डेटा बैंक बनाने हेतु एक नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करता है।
  • इस केंद्र को यूनेस्को द्वारा मान्यता प्रदान की गई है जिससे वह दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में कला, सांस्कृतिक विरासत और जीवन पद्धति के संदर्भ में क्षेत्रीय डेटा विकसित कर सके।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=177715
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=71282
http://www.dailypioneer.com/nation/ncaa-worlds-first-trusted-digital-repository.html