प्रश्न-31 अगस्त, 2018 को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) ने वित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए जीडीपी के अनुमान स्थिर और वर्तमान मूल्यों पर जारी किए। इसके अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में स्थिर मूल्यों पर जीडीपी वृद्धि दर कितने प्रतिशत रहने का अनुमान है?
(a) 8.0 प्रतिशत
(b) 8.2 प्रतिशत
(c) 7.5 प्रतिशत
(d) 7.9 प्रतिशत
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 31 अगस्त, 2018 को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) ने वित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए जीडीपी के अनुमान स्थिर और वर्तमान मूल्यों पर जारी किए।
- वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में स्थिर (2011-12) मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) बढ़कर 33.74 लाख करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान लगाया गया है।
- जबकि वर्ष 2017-18 की प्रथम तिमाही में यह 31.18 लाख करोड़ रुपये आंका गया था।
- वित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में स्थिर मूल्यों पर जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
- वित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में स्थिर मूल्यों पर विनिर्माण, विद्युत, गैस, जलापूर्ति एवं अन्य उपयोगी सेवाएं, निर्माण एवं लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य सेवाओं की वृद्धि दर क्रमशः 13.5, 7.3, 8.7 तथा 9.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
- जबकि कृषि वानिकी एवं मत्स्य पालन, खनन एवं उत्खनन, व्यापार होटल परिवहन, संचार एवं प्रसारण से जुड़ी सेवाओं और वित्तीय, अचल संपत्ति एवं प्रोफेसनल सेवाओं की वृद्धि दर क्रमशः 5.3, 0.1, 6.7 और 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
- वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में वर्तमान मूल्यों में जीडीपी बढ़कर 44.33 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है, जो वर्ष 2017-18 की प्रथम तिमाही में 38.97 लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी।
- यह 13.8 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्शाता है।
- वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में बुनियादी वर्तमान मूल्यों पर जीवीए (GVA) के 41.02 लाख करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2017-18 की प्रथम तिमाही में 36.34 लाख करोड़ रुपये था।
- यह 12.9 प्रतिशत की वृद्धि दर को दर्शाता है।
- vवित्त वर्ष 2018-19 की प्रथम तिमाही में वर्तमान मूल्यों पर विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि दरें इस तरह रहीं-
(i) कृषि, वानिकी एवं मत्स्य पालन (7 प्रतिशत)।
(ii) खनन एवं उत्खनन (18 प्रतिशत)।
(iii) विनिर्माण (17.7 प्रतिशत)।
(iv) विद्युत, गैस, जलापूर्ति एवं अन्य उपयोगी सेवाएं (13.2 प्रतिशत)।
(v) निर्माण (13.8 प्रतिशत)।
(vi) व्यापार, होटल, परिवहन एवं संचार (11.7 प्रतिशत)।
(vii) वित्तीय, अचल संपत्ति एवं प्रोफेशनल सेवाओं (12.1 प्रतिशत) और
(viii) लोक प्रशासन रक्षा एवं अन्य सेवाएं (15.4 प्रतिशत)।
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