वर्षात समीक्षा-2014: नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार

प्रश्न-हाल ही में, नागर विमानन मंत्रालय द्वारा जारी वर्षांत समीक्षा के अनुसार, जुलाई, 2014 में एयर इंडिया ने कहां के लिए विमानन सेवाएं उपलब्ध कराई हैं-
(a) मास्को
(b) रोम
(c) मिलान
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 30 दिसंबर, 2014 को नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्षांत समीक्षा-2014 में “वर्ष 2014 के दौरान नागर विमानन मंत्रालय द्वारा हवाई यात्रा में सुधार के लिए उठाए गए कदम” (Several Initiatives Taken by Ministry of Civil Aviation During-2014) जारी किया गया।
  • वर्ष 2014 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा विमानन क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाए गए प्रमुख कदम निम्नलिखित हैं-
  • नागर विमानन नीति के मसौदे को अंतिम रूप देकर संबंधित वेबसाइट पर डाला गया, फलतः संबंधित भागीदारों की टिप्पणियां और परामर्श मिलने शुरू हो गए हैं।
  • इस नीति का मकसद नागरिक विमानन के बुनियादी ढांचे को विश्वस्तरीय बनाने के साथ विमान यात्रियों को सुरक्षित, टिकाऊ और किफायती हवाई सम्पर्क सेवाएं उपलब्ध कराना है।
  • डीजीसीए ने यात्रियों के लिए अपने अधिकारों और शिकायत निवारण तंत्र आदि को जानने को लेकर एक नया पोर्टल‘नो योर राइट्स’(Know Your Rights) शुरू किया है।
  • इस पोर्टल के जरिए विमान यात्री उड़ान के विलम्ब होने, उड़ान रद्द होने या विमान में बैठने से मना करने, समान के गुम या हेरा-फेरी होने के अलावा बुकिंग किराया, विमान किराया संबंधी अन्य जानकारी, टिकटों की वापसी संबंधी अपने अधिकार की जानकारी ले सकते हैं।
  • एंटी हाइजैकिंग विधेयक-2014 को 17 दिसंबर, 2014 को राज्यसभा में पारित कर दिया गया है।
  • 4 जुलाई, 2014 से 18 अगस्त, 2014 के दौरान एयर इंडिया ने सफलतापूर्वक अपने छह विशेष उड़ानों के जरिए ईराक और लीबिया से 1361 भारतीय कामगारों और नौ बच्चों को निकाला।
  • एयर इंडिया ने 6 जुलाई, 2014 को इटली के रोम व मिलान शहरों के लिए और 18 जुलाई, 2014 को रूस के मास्को शहर के लिए अपनी सेवाएं शुरू की हैं।
  • 11 जुलाई, 2014 को एयर इंडिया को हवाई यात्रा से संबंधित एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन ‘स्टार अलाएंस’ (Star Alliance) में शामिल किया गया।
  • स्टार अलाएंस में शामिल होने के साथ एयर इंडिया विश्व के 193 देशों में 1, 269 गन्तव्यों तक जाने की सुविधा अपने यात्रियों को उपलब्ध करा रहा है।
  • वर्ष 2014 में 27 अगस्त से हज के लिए विमान संचालन शुरू किया गया।
    हज यात्रियों के लिए भारत में 21 उड़ान केंद्र बनाए गए थे ताकि वे जेद्दा/मदीना के लिए उड़ान भर सकें।
  • प्रत्येक हज यात्री के लिए 35,000 रु. किराया तय करते हुए हज 2014 के लिए कुल 550 करोड़ रुपये की सब्सिडी मुहैया कराई गई थी।
  • मौजूदा वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए एयर इंडिया के लिए कुल 5,500 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।
  • मंजूर योजना के अंतर्गत 2014-15 की पहली तिमाही में एयर इंडिया के लिए करीब 3833 करोड़ रुपये जारी किए गए।
  • नागर विमानन मंत्रालय ने देश के चार हवाई अड्डों-दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बंगलुरू से एयरबस ए-380 के संचालन को मंजूरी दी है।
  • भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का दोहन करने के प्रयास के तहत अपने हवाई अड्डों पर सोलर फोटो वोल्टिक प्लांट्स लगाने का फैसला किया है ताकि उसकी जरूरतों को पूरा किया जा सके।
  • 13 हवाई अड्डों पर पांच मेगावाट की बिजली पैदा करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। इसे 31 मार्च, 2015 तक पूरा कर लिया जाएगा।
  • नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ई-कार्यालय का कार्यान्वयन शुरू किया है।
  • नागर विमानन, सीसीएएस, डीजीसीए और आईजीआरयूए के बारे में अब एक वेबसाइट ca.eoffice.gove.in से जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
  • 8 दिसंबर, 2014 को पवन हंस लिमिटेड ने ई-ऑफिस एप्लीकेशन को सफलतापूर्वक लागू कर दिया।
  • शून्य दुर्घटना शून्य दोष और शून्य टूट-फूट के उद्देश्य के साथ सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (Safety Management System) को लागू कर दिया गया है। इससे 1 अगस्त, 2014 से फ्लीट इंश्योरेंस प्रीमियम से भारी बचत हो रही है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=114207
http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=32970