प्रश्न-हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी के राष्ट्रीय ई-प्रशासन प्रभाग ने किस विश्वविद्यालय के साथ सहमति पत्र हस्ताक्षर किए?
(a) नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी
(b) राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
(c) आईआईटी मद्रास
(d) आईआईटी मुंबई
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 30 सितंबर, 2019 को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी के राष्ट्रीय ई-प्रशासन प्रभाग (एनईजीडी) ने नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) भोपाल के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए।
- यह सहमति पत्र एनईजीडी ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (एलएमएस) के माध्यम से साइबर कानून, अपराध जांच प्रक्रिया तथा डिजिटल फॉरेंसिक पर ऑनलाइन क्षमता निर्माण कार्यक्रम को लागू करने के लिए है।
- गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में मोबाइल एवं कंप्यूटर के बढ़ते उपयोग के कारण साइबर अपराधों की संख्या में तीव्र गति से बढ़ोत्तरी हुई है।
- यह बढ़ोत्तरी कानून लागू करने वाली एजेंसियों के लिए एक गंभीर चुनौती के रूप में उपस्थित हुई है।
- इस कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिस अधिकारियों, राज्य साइबर प्रकोष्ठों, कानून लागू करने वाली एजेंसियों तथा न्यायिक अधिकारियों को साइबर फोरेंसिक मामलों को निपटाने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है।
- इसके लिए एनएलआईयू, भोपाल के सहयोग से एनईजीडी साइबर कानून, अपराध जांच व डिजिटल फोरेंसिक में 9 महीने का ऑनलाइन पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम का विकल्प दे रहा है।
- यह सुविधा ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (एलएमएस) के माध्यम से 1000 अधिकारियों को प्रदान की जाएगी।
- इसके लिए नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली के परिसर में एक साइबर फोरेंसिक लैब की स्थापना की जाएगी।
- इस कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन के लिए भविष्य में नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बंगलुरू, राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ, पटियाला जैसे अनेक संस्थानों को सम्मिलित किया जाएगा।
लेखक-सुनीत कुमार द्विवेदी
संबंधित लिंक भी देखें…
https://pib.gov.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=193534 https://government.economictimes.indiatimes.com/news/governance/national-egovernance-division-inks-pact-with-nliu-bhopal-to-fight-cyber-crime/71388964