राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान, 2017-18 के लिए जीडीपी के तिमाही अनुमान

Second Advance Estimates of National Income, 2017-18

प्रश्न-28 फरवरी, 2018 को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) द्वारा स्थिर मूल्यों (वर्ष 2011-12) और वर्तमान मूल्यों दोनों पर ही वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के तिमाही अनुमान जारी किए गए। इसके अनुसार तीसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर कितने प्रतिशत रहने का अनुमान है?
(a) 6.7 प्रतिशत
(b) 6.5 प्रतिशत
(c) 7.2 प्रतिशत
(d) 6.8 प्रतिशत
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 28 फरवरी, 2018 को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) द्वारा वित्त वर्ष 2017-18 के लिए स्थिर (2011-12) और वर्तमान मूल्यों दोनों पर ही राष्ट्रीय आय के दूसरे अग्रिम अनुमान जारी किए गए हैं।
  • इसके साथ ही स्थिर (वर्ष 2011-12) और वर्तमान मूल्यों दोनों पर ही वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तिमाही अनुमान भी जारी किए गए।
  • वित्त वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही में स्थिर (वर्ष 2011-12) मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद 32.50 लाख करोड़ रुपये आंका गया है।
  • जो वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही में 30.32 लाख करोड़ रुपये था।
  • यह 7.2 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर को दर्शाता है।
  • स्थिर मूल्यों पर वर्ष 2017-18 की पहली और दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दरें क्रमशः 5.7 तथा 6.5 प्रतिशत रही हैं।
    राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान, 2017-18
  • स्थिर मूल्यों (2011-12) पर अनुमान
  • वित्त वर्ष 2017-18 में स्थिर (2011-12) मूल्यों पर वास्तविक जीडीपी के बढ़कर 130.04 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है।
  • जो वर्ष 2016-17 के लिए जीडीपी के प्रथम संशोधित अनुमान में 121.96 लाख करोड़ रुपये आंका गया था। (13 जनवरी, 2018 को जारी)।
  • वर्ष 2017-18 में जीडीपी वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि वर्ष 2016-17 में जीडीपी वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही थी।
  • बुनियादी स्थिर मूल्यों (2011-12) पर वास्तविक जीवीए के वर्ष 2016-17 के 112.48 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 119.64 लाख करोड़ के स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है।
  • वर्ष 2017-18 में बुनियादी मूल्यों पर वास्तविक जीवीए की अनुमानित वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
  • यह वर्ष 2016-17 में 7.1 प्रतिशत आंकी गई थी।
  • जिन क्षेत्रों (सेक्टर) द्वारा 7 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर दर्ज किए जाने का अनुमान है उनमें ‘लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य सेवाएं’, ‘व्यापार, होटल, परिवहन, संचार एवं प्रसारण संबंधी सेवाएं’, ‘बिजली, गैस, जलापूर्ति एवं अन्य उपयोगी सेवाएं’ और ‘वित्तीय, अचल संपत्ति एवं प्रोफेशनल सेवाएं’ शामिल हैं।
  • ‘कृषि, वानिकी एवं मत्स्य पालन, ‘खनन एवं उत्खन्न’,‘विनिर्माण’ और ‘निर्माण’ क्षेत्रों की वृद्धि दर क्रमशः 3.0, 3.0, 5.1 तथा 4.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
    प्रति व्यक्ति आय
  • वर्ष 2017-18 के दौरान सही अर्थों में (2011-12 मूल्यों पर) प्रति व्यक्ति आय के बढ़कर 86,689 रुपये हो जाने का अनुमान है, जबकि वर्ष 2016-17 में यह 82,229 रुपये थी।
    वर्तमान मूल्यों पर अनुमान
  • वर्ष 2017-18 में वर्तमान मूल्यों पर जीडीपी बढ़कर 167.52 लाख करोड़ रुपये हो-जाने का अनुमान है, जो वर्ष 2016-17 में 152.54 लाख करोड़ रुपये थी।
  • यह 9.8 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर को दर्शाती है।
  • वर्ष 2017-18 के दौरान वर्तमान मूल्यों पर शुद्ध राष्ट्रीय आय (NNI) 148.40 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो वर्ष 2016-17 में 134.93 लाख करोड़ रुपये थी।
  • यह 11.0 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
  • वर्ष 2017-18 के दौरान के प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय बढ़कर 1,12,764 रुपये के स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है, जो वर्ष 2016-17 में 1,03,870 रुपये थी। यह 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।

संबंधित लिंक
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