प्रश्न-वर्तमान में वैश्विक बाजार में भारतीय जैवप्रौद्योगिकी उद्योग का हिस्सा है-
(a) 2%
(b) 3%
(c) 4%
(d) 5%
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य
- 18 जनवरी, 2017 को औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (DIPP) द्वारा जैवप्रौद्योगिकी विभाग की मेक इन इंडिया उपलब्धियां रिपोर्ट जारी की गई।
- वर्तमान में जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र की वृद्धि दर 20% है और इसके 2017 तक 11.6 बिलियन डॉलर का हो जाने का अनुमान है।
- भारतीय जैवप्रौद्योगिकी क्षेत्र को 2025 तक 100 बिलयन डॉलर का बनाने का लक्ष्य है।
- वर्तमान में भारतीय जैव प्रौद्योगिकी उद्योग का वैश्विक बाजार में हिस्सा 2% है।
- 22 अप्रैल, 2016 को स्वदेशी तकनीक से विकसित भारत के पहले सेल्यूलोजिक एथेनॉल प्रौद्योगिकी संयंत्र का उद्घाटन किया गया।
- 9 मार्च, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला स्वदेश में विकसित एवं निर्मित रोटावायरस वैक्सीन ‘रोटावैक (Rotavac) का शुभारंभ किया।
- र्मास्यूटिकल्स की ग्रीन फील्ड परियोजनाओं एवं ब्राउनफील्ड परियोजनाओं हेतु स्वचालित मार्ग से क्रमशः 100% एवं 74% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति है।
- 30 दिसंबर, 2015 को ‘राष्ट्रीय जैवप्रौद्योगिकी विकास रणनीति 2015-2020’ का शुभारंभ किया गया।
- आंध्र प्रदेश द्वारा जैव प्रौद्योगिकी नीति 2015-2020, गुजरात द्वारा जैवप्रौद्योगिकी नीति 2016-2021, राजस्थान द्वारा जैवप्रौद्योगिकी नीति 2015 और तेलंगाना द्वारा लाइफ साइंसेज पॉलिसी 2015-2020 का शुभारंभ किया गया।
- सरकार का लक्ष्य आगामी तीन वर्ष में जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 2000 स्टार्ट-अप की स्थापना का लक्ष्य है।
संबंधित लिंक
http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2017/jan/p201711802.pdf