माइक्रोप्रोसेसर नियंत्रित रेलवे इंजन

-हाल ही में भारतीय रेल ने किस रेलवे को 18 एसी/डीसी 1350, एचपी डीजल इंजन सौंपा?
(a) भूटान रेलवे
(b) श्रीलंका रेलवे
(c) म्यांमार रेलवे
(d) मालदीव रेलवे
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 19 मार्च, 2018 को म्यांमार के ने पी ताव (Ney Pi Taw) में आयोजित एक समारोह में भारतीय रेल द्वारा 18 एसी/डीसी 1350 एचपी डीजल इलेक्ट्रिक इंजन म्यांमार रेलवे को औपचारिक रूप से सौंपा गया।
  • इस समारोह में रेल राज्यमंत्री राजेन गोहेन भी शामिल हुए।
  • इन इजनों की सप्लाई राइट्स (Rites) लिमिटेड ने की है।
  • इंजनों का निर्माण डीजल लोकोमोटिव वर्क्स, वाराणसी में किया गया है।
  • यह 18 इंजन माइक्रोप्रोसेसर नियंत्रण आधारित प्रणाली से लैस हैं।
  • म्यांमार रेलवे हेतु डीजल लोकोमोटिव वर्क्स, वाराणसी द्वारा 1350 अश्वशक्ति के एसी/डीसी मेन लाइन इंजन को बनाया गया है।
  • ईंधन की कम खपत वाले ये इंजन नवीन सुविधाओं से युक्त हैं।
  • अधिकांशतः इंजनों की सप्लाई भारतीय ऋण व्यवस्था के अंतर्गत की गई है।
  • समझौते के कार्यक्रम के अनुसार सभी इंजनों की डिलिवरी वर्ष 2018 तक करनी थी किन्तु ये इंजन समय से 6 माह पूर्व डिलिवर किए गए हैं।
  • यह चालू भारतीय ऋण व्यवस्था में पूरी होने वाली पहली परियोजना है।
  • रेल मंत्रालय का सार्वजनिक प्रतिष्ठान राइट्स लिमिटेड म्यांमार रेल का मुख्य साझेदार है।
  • राइट्स लिमिटेड भारतीय रेल की ओर से निर्यात कार्य करती है और इसके द्वारा पूरे विश्व में विभिन्न परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं।
  • यह रॉलिंग स्टॉक (इंजन, कोच, वैगन और स्थायी मार्ग रख-रखाव वाहन), रेलवे अवसंरचना देखभाल, तकनीकी अध्ययन और म्यांमार रेल के अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्य में शामिल है।
  • डीजल आधुनिकीकरण वर्क्स, पटियाला के विशेषज्ञों का दल शीघ्र ही म्यांमार जाएगा।

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http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=177686