भेड़ की नई प्रजाति केंद्रपाड़ा भेड़

Kendrapada sheep gets rare status

प्रश्न-केंद्रपाड़ा भेड़ को स्थानीय स्तर पर किस नाम से जाना जाता है?
(a) कुजी मेंढ़ा
(b)गरोल
(c) कुजी पाड़ा
(d)उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर-(a)
संबंधित तथ्य

  • 10 जुलाई, 2016 को ओडिशा में पायी जाने वाली केंद्रपाड़ा भेड़ की नस्ल को राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो (NBAGR) ने दुर्लभ और विलक्षण प्रजाति का टैग प्रदान किया है।
  • स्थानीय स्तर पर केंद्र पाड़ा भेड़ को कुजी मेंढ़ा कहा जाता है।
  • यह भारत में भेड़ नस्ल का टैग प्राप्त करने वाली 42वीं प्रजाति है।
  • इससे आनुवांशिक, दुर्लभ पालतू भेड़ की रक्षा के लिए संरक्षण के प्रयास को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
  • यह भेड़ एक बार में एक से अधिक अर्थात दो या तीन बच्चे जनने में सक्षम है।
  • केंद्रपाड़ा भेड़ का वजन 18-20 किलो होता है।
  • केंद्रपाड़ा भेड़ में फेकबी (FecB) उत्परिवर्तन जीन पाया जाता है जो कि इसे एक से अधिक बच्चे जनने में सक्षम बनाता है।
  • इसका उपयोग मुख्य रूप से मटन उत्पादन हेतु किया जाता है।
  • गरोल नस्ल की भेड़ पश्चिम बंगाल में पायी जाती है।
  • केंद्रपाड़ा भेड़ अच्छी तरह से उच्च तापमान, उच्च आद्रता और भारी बारिश के परिवेश के लिए स्वयं को अनूकूलित बना लेती हैं।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.newindianexpress.com/states/odisha/Kendrapara-sheep-gets-registered-breed-status/2016/07/08/article3518748.ece
http://www.orissapost.com/registered-breed-status-for-kendrapara-sheep/
http://www.cswri.res.in/sections_animal_biotechnology.asp
http://timesofindia.indiatimes.com/home/environment/flora-fauna/Kendrapada-sheep-gets-rare-status/articleshow/53140281.cms