भारत में असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों (निर्माण को छोड़कर) के मुख्य संकेतक रिपोर्ट

Report Titled “Key Indicators of Unincorporated Non-Agricultural Enterprises

प्रश्न-हाल ही में राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (N.S.S.O) ने छठी आर्थिक गणना के अनुवर्ती सर्वेक्षण के तौर पर जुलाई, 2015 से जून, 2016 के दौरान कराए गए अपने सर्वेक्षण के 73वें दौर के अंतर्गत संकलित सूचना पर आधारित ‘भारत में असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों (निर्माण को छोड़कर) के मुख्य संकेतक नामक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार, असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों की कुल संख्या में से किस राज्य की सर्वाधिक भागीदारी रही?
(a) तमिलनाडु
(b) पश्चिम बंगाल
(c) महाराष्ट्र
(d) उत्तर प्रदेश
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • 29 जून, 2017 को राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (N.S.S.O) ने छठी आर्थिक गणना के अनुवर्ती सर्वेक्षण के तौर पर जुलाई, 2015 से जून, 2016 के दौरान कराए गए अपने सर्वेक्षण के 73वें दौर के अंतर्गत संकलित सूचना पर आधारित ‘भारत असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों (निर्माण को छोड़कर) के मुख्य संकेतक’ नामक रिपोर्ट जारी की।
  • इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य विनिर्माण, व्यापार, तथा अन्य सेवाओं (निर्माण को छोड़कर) के उद्योग क्षेत्रों में असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों की प्रचालनात्मक तथा आर्थिक विशेषताओं जैसे उनके स्वामित्व का प्रकार, उद्यमों का प्रकार रोजगार वितरण, प्रचालन व्यय एवं प्राप्तियां सकल मूल्यवर्धन, ऋणग्रस्तता इत्यादि विषयों के विभिन्न आकलन तैयार करने का था।
  • इस सर्वेक्षण में ऐसे गैर-कृषि उद्यमों को लिया गया था जो समाविष्ट नहीं हैं (अर्थात कंपनी अधिनियम, 1956 के अंतर्गत पंजीकृत नहीं हैं)।
  • इस सर्वेक्षण में लिए गए उद्यमों में स्वामित्व तथा भागीदारी वाले उद्यम (सीमित दायित्ववाली भागीदारी को छोड़कर) स्वयं सहायता समूह, गैर-मुनाफा संस्थान तथा ट्रस्ट आदि शामिल थे।
  • यह सर्वेक्षण योजनाकारों तथा नीति-निर्माताओं को लक्षित नियोजन तथा नीति-निर्माण के लिए असमाविष्ट गैर-कृषि क्षेत्र पर यथापेक्षित सूचना उपलब्ध कराएगा।
  • इस रिपोर्ट की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-
  • वर्ष 2015-16 के दौरान, अखिल भारतीय स्तर पर 6.34 करोड़ असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यम (निर्माण को छोड़कर) अनुमानित थे।
  • अखिल भारत स्तर पर उद्यमों की कुल अनुमानित संख्या में से 31 प्रतिशत विनिर्माण में, 36.3 प्रतिशत व्यापार में तथा 32.6 प्रतिशत अन्य सेवा क्षेत्रों से जुड़े थे।
  • ‘नॉन कैप्टिव विद्युत उत्पादन तथा पारेषण’ से जुड़े उद्यमों की संख्या लगभग नगण्य थी।
  • असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों की कुल संख्या में से लगभग 51 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित थे।
  • रिपोर्ट के अनुसार, असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों की कुल संख्या में से उत्तर प्रदेश राज्य की सर्वाधिक भागीदारी (14.20 प्रतिशत) रही।
  • इसके पश्चात पश्चिम बंगाल (13.99 प्रतिशत) तमिलनाडु (7.80 प्रतिशत), महाराष्ट्र (7.54 प्रतिशत), तथा कर्नाटक (6.05 प्रतिशत) की भागीदारी रही।
  • देश में इन पांच राज्यों के असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों की कुल संख्या की लगभग आधी हिस्सेदारी रही।
  • देश में वर्ष 2015-16 के दौरान असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों (निर्माण को छोड़कर) से लगभग 11.13 करोड़ कामगार जुड़े थे।
  • कामगारों की कुल संख्या में से, 34.8 प्रतिशत व्यापार से, 32.8 प्रतिशत अन्य सेवाओं से तथा 32.4 प्रतिशत विनिर्माण से जुड़े थे।
  • देश में असमाविष्ट गैर-कृषि क्षेत्र (निर्माण को छोड़कर) में कार्यबल की 62 प्रतिशत हिस्सेदारी स्व-नियोजित उद्यमों की रही है।
  • कामगारों की अनुमानित संख्या के संदर्भ में शीर्ष 5 राज्यों में उत्तर प्रदेश (14.9 प्रतिशत) पश्चिम बंगाल (12.2 प्रतिशत), तमिलनाडु (8.7 प्रतिशत), महाराष्ट्र (8.2 प्रतिशत), तथा कर्नाटक (6.4 प्रतिशत) की अखिल भारतीय स्तर पर असमाविष्ट गैर-कृषि क्षेत्र (विनिर्माण को छोड़कर) में लगे कामगारों की लगभग 50 प्रतिशत हिस्सेदारी रही हैं।
  • स्वामित्व वाले उद्यमों (अर्थात ऐसे उद्यम जिनमें पूर्ण स्वामित्व एक व्यक्ति का हो) की देश में असमाविष्ट गैर-कृषि उद्यमों में सर्वाधिक (96%) हिस्सेदारी रही है।
  • भागीदारी वाले उद्यमों की हिस्सेदारी 2 प्रतिशत तथा स्वयं सहायता समूहों की हिस्सेदारी 1.8 प्रतिशत रही है जबकि ट्रस्ट तथा ‘अन्य’ की हिस्सेदारी बिल्कुल नगण्य (प्रत्येक की 0.1%) रही है।
  • अखिल भारतीय स्तर पर, उद्यमों का लगभग पांचवां भाग, महिला मुखिया वाले स्वामित्व उद्यमों का था।
  • अखिल भारतीय स्तर पर 98.3 प्रतिशत उद्यम चिरस्थायी प्रकृति के थे।
  • ज्ञातव्य है कि एन.एस.एस.ओ. ने अपने राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 67 वें दौर में जुलाई, 2010 जून, 2011 के दौरान भी इसी विषय पर सर्वेक्षण करवाया था।

संबंधित लिंक
http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=166982
http://www.financialexpress.com/economy/unincorporated-non-agriculture-units-contribute-rs-11-5-lakh-crore-to-economy-national-sample-survey-organisation/741522/
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=65721