प्रश्न-हाल ही में भारत द्वारा ईरान के साथ कच्चे बिल का किस रूप में भुगतान करने के लिए समझौता किया गया?
(a) डॉलर में
(b) रुपये में
(c) येन में
(d) पौंड में
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 6 दिसंबर, 2018 को भारत द्वारा ईरान के साथ कच्चे बिल का रुपये में भुगतान करने के लिए समझौता किया गया।
- भारतीय रिफाइनरी राष्ट्रीय ईरानी कंपनी (एनआईओसी) के यूको (UCO) बैंक खाते में रुपये का भुगतान करेंगे।
- इन फंडों में से आधे भारतीय सामानों के के निर्यात के लिए ईरान को भुगतान निपटाने के लिए चिह्नित किया जाएगा।
- अमेरिकी प्रतिबंधों के तहत भारत ईरान को खाद्यान्न दवाएं और चिकित्सा उपकरणों का निर्यात कर सकता है।
- भारत चीन के बाद, ईरानी तेल का सबसे बड़ा आयातक देश है।
- इंडियन ऑयल कॉर्प (आईओसी) और मैंगलोर रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) द्वारा नवंबर तथा दिसंबर में ईरान से 1.25 मिलियन टन तेल खरीदा गया।
- विश्व का तीसरा बड़ा तेल उपभोक्ता देश भारत 80 प्रतिशत से ज्यादा तेल की जरूरतों को आयात के जरिए पूरा करता है।
- इराक और सऊदी अरब के बाद ईरान तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है जो कुल जरूरतों का लगभग 10 प्रतिशत पूरा करता है।
लेखक-राजेश कुमार सिंह
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